पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पांच दिवसीय दिल्ली दौरे पर थीं। अपने दिल्ली दौरे के दौरान ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इसके अलावा ममता बनर्जी विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं से भी मिलीं। ममता बनर्जी अपने दिल्ली दौरे के समय विपक्ष की एकजुटता को मजबूत करने में जुटी रहीं। (Rakesh Tikait)
वह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुखर आलोचकों में से एक हैं। यह भी माना जा रहा था कि ममता बनर्जी किसान और किसान नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जा सकती हैं।
इसके पीछे का कारण क्या रहा यह तो नहीं पता लेकिन ममता बनर्जी से मुलाकात नहीं होने पर राकेश टिकैत को निराशा ही हाथ लगी जब राकेश टिकैत से ममता बनर्जी नहीं मिली तो अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों से उनके यहां आने की सूचना मिली थी। हमारी ओर से कोई न्योता नहीं था।
दूसरी ओर कुछ सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि ममता बनर्जी किसान नेताओं से मिलने की इच्छुक नहीं थीं और ना ही उनके कार्यक्रम में ऐसा कोई प्लान था। आपको बता दें कि ममता बनर्जी की जीत के बाद राकेश टिकैत और कई किसान नेता बंगाल जाकर ममता बनर्जी से मुलाकात कर चुके हैं।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल चुनाव में कई किसान नेताओं ने ममता बनर्जी के पक्ष में प्रचार भी किया था। अलग-अलग समय पर किसान नेताओं से ममता बनर्जी फोन पर बात करती रहती हैं। लेकिन इस बार दिल्ली आने के बावजूद ममता बनर्जी किसानों और उनके नेताओं से मिलने नहीं पहुंचीं।