मध्य प्रदेश के ग्वालियर में चेन चोरियों और लूटपाट की कई वारदातों से पुलिस परेशान थी। इस जांच में पुलिस को बीते कल को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले चोरों को अरेस्ट कर लिया है।
खास बात ये है कि इस गैंग का सरगना डाक विभाग में कार्यरत एक सरकारी कर्मचारी है। वह ग्वालियर में एक कोचिंग सेंटर भी चलाता है। अत्यधिक अमीर बनने की चाहत में उसने लूटपाट और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दिया। उन्होंने छात्रों को आपराधिक दुनिया की कोचिंग में भी शामिल किया। आरोपी टीचर अच्छे परिवार से है।
ग्वालियर एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि ये हमारे लिए बड़ी सफलता है क्योंकि अरेस्ट आरोपियों का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है। इस गिरोह का सरगना एक शिक्षक है। वह अपराध के जरिए जल्दी अमीर बनना चाहता था।
पुलिस ने उनके पास से चोरी के मोबाइल फोन भी बरामद कर लिये। मिली जानकारी के अनुसार, संजीव शाक्य डाक विभाग में सरकारी कर्मचारी हैं। वह जल्दी अमीर बनना चाहता था। इसी लालच में वह ग्वालियर आया था। वहां एक कोचिंग सेंटर शुरू किया गया। वो इस कोचिंग सेंटर को ज्ञान नहीं बल्कि अपराध सिखा रहा था। इनमें से कई ऐसे हैं जिनकी आपराधिक क्षेत्र में पहले से कोई भागीदारी नहीं रही है। वो इन बच्चों के जरिए लूटपाट करता था।
ये गैंग महिलाओं को निशाना बनाता था। वे सुनसान जगहों से गुजरने वाली महिलाओं को लूट लेते थे। फिलहाल पुलिस ने मामले के मास्टरमाइंड को तो पकड़ लिया है लेकिन गिरोह के अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
--Advertisement--