यूपी में मुख्य विपक्षी दल सपा ने लोकसभा के लिए अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची की घोषणा कर दी है। इसलिए चर्चा है कि उप्र में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन टूट गया है। सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में सहमति नहीं बन पाई। सपा ने प्रत्याशियों की तीसरी सूची घोषित कर दी है। एसपी द्वारा प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद कांग्रेस नेता अनिल यादव ने सपा पर निशाना साधा है।
सपा के इस कृत्य को उत्तर प्रदेश के दलित, पिछड़े और मुसलमान देख रहे हैं। हर दिन नई सूचियां घोषित कर अघाड़ी धर्म का मजाक उड़ाया जा रहा है। अनिल यादव ने कहा, एक तरफ, सपा के नेता सीटों पर सहमत होते हैं और फिर सूची की घोषणा करते हैं।
इस बीच, आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में विपक्ष के भारत गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हालाँकि, सपा ने उत्तर प्रदेश की अधिकांश लोकसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सपा ने गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक, आंवला से नीरज मौर्य, शाहजहामपुर से राजेश कश्यप, हरदोई से उषा वर्मा, मिश्रिख से रामपाल राजवंशी, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह पटेल, बहराइज से रमेश गौतम, गोंडा से श्रेया वर्मा और वीरेंद्र सिंह को टिकट दिया गया है। चंदौली से।
दिलचस्प बात ये है कि सपा पहले ही 16 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। सपा ने 30 जनवरी को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 16 प्रत्याशियों के नाम जारी किए गए थे। फिर 19 फरवरी को दूसरी और 20 फरवरी को तीसरी लिस्ट जारी की गई।
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