चार प्रदेशों के इलेक्शन में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राजस्थान और छत्तीगढ़ साथ-साथ चले हैं। पिछली बार मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी, पर बीजेपी ने ज्योतिरादित्य शिंदे को हराकर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। पिछली बार जिन तीन राज्यों पर कांग्रेस का कब्जा था, उन पर इस साल बीजेपी का कब्जा हो गया है। पर, इस चुनाव में राजस्थान में पिता के नाम की चर्चा शुरू हो गई है।
राजस्थान में इस पार्टी ने दो सीटों पर बढ़त बना ली है। हर कोई इस बात को लेकर उत्सुक है कि ये कैसा पिता है। जब असली लड़ाई सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी के बीच है तो सवाल उठ रहा है कि ये तीसरी पार्टी कौन है। एग्जिट पोल में भी बाप को सीटें मिलती दिखाई गईं।
आसपुर से उमेश मीणा और चोरसी से राजकुमार रोत पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। इस पार्टी का नाम है भारत आदिवासी पार्टी। कुछ समय पहले पिता ने चार सीटों पर बढ़त बनाई थी। इस पार्टी का गठन तीन महीने पहले हुआ था। इस पार्टी में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए। इस पार्टी के अध्यक्ष मोहनलाल रोत हैं।
पार्टी का गठन भारत में आदिवासी समुदायों के अधिकारों को संगठित करने और उनका समर्थन करने के लिए किया गया था। 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान, भारतीय आदिवासी पार्टी (बीटीपी) के भीतर कांग्रेस को समर्थन देने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद मोहनलाल अलग हो गए। बीटीपी मूल रूप से गुजरात की पार्टी है।
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