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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस ने मंगलवार को जैसलमेर के चांदन फील्ड फायरिंग रेंज के पास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के गेस्ट हाउस के मैनेजर को अरेस्ट किया। इस सनसनीखेज मामले में, आरोपी पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप है।

ये जासूस कौन है?

महेंद्र प्रसाद मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के पलुन गाँव का रहने वाला है। डीआरडीओ गेस्ट हाउस में मैनेजर के पद पर कार्यरत इस व्यक्ति पर भारत की गोपनीय और सामरिक जानकारी सीमा पार पाकिस्तान भेजने का आरोप है। वह डीआरडीओ गेस्ट हाउस में संविदा कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस द्वारा निगरानी बढ़ाए जाने के बाद उसकी करतूत सामने आई।

15 अगस्त से पहले अलर्ट जारी

राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रमों से पहले राष्ट्रविरोधी और विध्वंसकारी गतिविधियों पर नज़र रखने की तैयारी की थी। सीआईडी के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि संदिग्ध गतिविधियों की जाँच के दौरान महेंद्र प्रसाद की गतिविधियों का पता चला। पता चला कि वह सोशल मीडिया के ज़रिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था।

मिसाइल परीक्षण और सैन्य जानकारी निशाने पर थी

महेंद्र प्रसाद कथित तौर पर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और भारतीय सेना के अधिकारियों की गतिविधियों की संवेदनशील जानकारी अपने पाकिस्तानी वरिष्ठ अधिकारियों को भेज रहा था। वह चंदन फील्ड फायरिंग रेंज, जहाँ मिसाइलों और हथियारों का परीक्षण किया जाता है, के अंदर-बाहर आने-जाने वाले अधिकारियों की हर गतिविधि पर नज़र रखता था। वह यह जानकारी पाकिस्तानी आकाओं को दे रहा था, जिससे भारत की सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता था।
 

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