तूफान का सितम अब कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब यह भयंकर बवंडर सिर्फ गुजरात ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी बवाल मचाने लगा है। जहां एक तरफ इस तूफान से गुजरात के अलग अलग इलाकों में भारी नुकसान और तबाही का मंजर देखा जा रहा है तो वहीं अब यह तूफान राजस्थान पहुंचा जिसके बाद रिपोर्ट का असर उत्तराखंड में भी बढ़ेगा। अब ऐसे में इसका असर उत्तराखंड में भी देखा जा सकता है।
अभी तो जान के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं भारी बारिश के दौरान 60 किलोमीटर की 67 आती तेज रफ्तार से हवाएं भी चल सकती है। जी हां, दरअसल अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के कच्छ सौराष्ट्र क्षेत्र में तबाही मचाने के बाद राजस्थान की ओर बढ़ गया है। इस कारण राजस्थान के जालोर और बाड़मेर जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है।
आईएमडी ने जालोर और बाड़मेर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और क्षेत्रों में 200 मिलीमीटर से ज्यादा वर्षा हो सकती है, इसका अनुमान लगाया है। अब आईएमडी के हालिया अपडेट में बताया गया है कि राजस्थान के साथ साथ पहाड़ी राज्य उत्तराखंड पर भी इस तूफान का असर पड़ेगा। 18 जून से उत्तराखंड में तूफान का असर पड़ने वाला है।
बताया जा रहा है कि यह तूफान कुमाऊं के कई जिलों में ज्यादा प्रभाव डाल सकता है। इसके चलते बारिश के साथ तेज आंधी चलने की आशंका है। मौसम विभाग ने 18 जून तक बारिश और आंधी चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में रूद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चौंकीदार हवाएं चलने की संभावना है। इसके लिए विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
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