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बीते कल (दस मई) को उप्र के कन्नौज में सपा चीफ अखिलेश एवं राहुल गांधी ने मिलकर रैली की. इसी कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कई बातें कही है. इस दौरान उन्होंने एक लिखित गारंटी भी दे दी. राहुल गांधी ने कहा, "हमने जो कार्य करना था वो कर दिया है. आप गारंटी लिख के ले लो... नरेंद्र मोदी देश के पीएम नहीं बनेंगे।"

संबोधन खत्म होने के बाद राहुल गांधी और सपा मुखिया गर्मजोशी से मिले. इससे लोगों को ये संदेश देने की कोशिश की गई कि साल 2017 के बाद की खटास अब पुरानी बात हो गई है. यूपी के लड़के अब साथ-साथ हैं. कन्नौज से अखिलेश यादव इलेक्श लड़ रहे हैं।

बता दें कि राहुल से पहले महागठबंधन के कई नेता नरेंद्र मोदी को लेकर ऐसे बयान दे चुके हैं. सबके बीच सवाल खड़ा होता है कि क्या वर्तमान में राहुल गांधी और इंडिया अलायंस के सहयोगी वाकई नरेंद्र मोदी को इलेक्शन में हराने की क्षमता रखते हैं? या गठबंधन और कांग्रेस के अंदर सेल्फ गोल करने वालों पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिसका परिणाम उन्हें ही भुगतना पड़ता है।

बता दें कि आम लोगों से जुड़ने के लिए उनके बीच जाना पड़ता है. 2024 इलेक्शन में हुई रैलियों के आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं. लोकसभा इलेक्शन की घोषणा के बाद से 8 मई तक पीएम मोदी 103 रैलियां कर चुके हैं. इसके मुकाबले राहुल गांधी महज 39 रैलियों में शिरकत की। बेशक भारत जोड़ो यात्रा राहुल की अच्छी रही मगर ये पर्याप्त नहीं है। 

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