नई दिल्ली ।। हिरासत में मौत मामले में गुजरात की जामनगर अदालत ने बर्खास्त IPS अफसर संजीव भट्ट और उनके सहयोगी को दोषी करार दिया गया है। अदालत कुछ देर में सजा सुनाएगा। दरअसल, 1990 में जामनगर में हिंदुस्तान बंद के दौरान हिंसा हुई थी। भट्ट उस वक्त जामनगर के एएसपी थे। इस दौरान 133 लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया, जिनमें 25 लोग घायल हुए थे और आठ लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
न्यायिक हिरासत में रहने के बाद एक आरोपी प्रभुदास माधवजी वैश्नानी की मौत हो गई। भट्ट और उनके सहयोगियों पर पुलिस हिरासत में मारपीट का आरोप लगा था। इस मामवे में संजीव भट्ट व अन्य पुलिसवालों के विरूद्ध केस दर्ज कर किया गया था, लेकिन गुजरात राज्य की सरकार ने केस चलाने की अनुमति नहीं दी। 2011 में राज्य सरकार ने भट्ट के खिलाफ ट्रायल की अनुमति दे दी।