सऊदी अरब के लड़ाकू विमानों ने यमन की राजधानी सना पर कई अटैक किए, आवासीय भवनों और एक शॉपिंग सेंटर को निशाना बनाया। इन हमलों में कुछ नागरिक घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
एक नागरिक का कहना है कि यह एक रिहायशी इलाका है। इन क्षेत्रों में आम नागरिक रहते हैं। मेरी कार क्षतिग्रस्त हो गई है, यहां मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 13 नागरिक जख्मी हुए हैं। इस इमारत में कोई हथियार नहीं था और यह कोई सैन्य स्थान नहीं था।
अंसारुल्लाह आंदोलन के नेता का कहना है कि सऊदी अरब विश्व समुदाय की चुप्पी का फायदा उठाकर नागरिकों पर इस तरह से बर्बर हमले कर रहा है। इस स्थिति के चलते हमलावर का दुस्साहस बढ़ गया है। मगर जब यमनियों ने इन हमलों का जवाब दिया तो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोहराम मच गया।
यमनी नागरिक ने बताया कि हम सुरक्षा परिषद और उन देशों को दोष देते हैं जो सऊदी अरब का समर्थन कर रहे हैं। इन हमलों के लिए आलू सऊद और अले नाहयान शासक जिम्मेदार हैं। अपराधी वे हैं जो आम नागरिकों को आतंकित कर रहे हैं और निर्दोषों को निशाना बना रहे हैं।