Sawan Upay: जय आप लसब जानते ही होंगे की, सावन का पूरा महीना भलेनाथ भगवान शिव को अर्पित होता है और इस महीने में भगवान शिव की धूमधाम से की जाती है। सावन जो कि हिंदुओं के लिए विशेष महत्व है। विभिन्न मंदिरों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रार्थना अर्चना की जाती है और स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन कामना जीने के लिए उनका आशीर्वाद मांगा जाता है।
भारत में हैं कुल 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग
बतादें की सावन के महीने में अविवाहित लड़कियां भी भगवान शिव जैसा आदर्श पति पाने के लिए व्रत भी रखती हैं। आपको बतादें कि, भारत में कुल 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग हैं, जहां बड़े ही हर्षोल्लास के साथ शिवरात्रि और सावन सोमवार की पूजा अर्चना की जाती है मनाई जाती है। सावन का महीना कांवड़ यात्रा के लिए दबेहड़ खाश प्रसिद्ध माना गया है प्रसिद्ध है और इस शुभ दिन पर सभी शिवभक्त शिवरात्रि के दिन गंगा जल लेकर भगवान शिव को चढ़ाते हैं।
सावन के महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता है। सावन शिवरात्रि को पूरे देश में मनाया जाने वाला एक शुभ त्योहार माना जाता है। सावन शिवरात्रि कृष्ण पक्ष में चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। 26 जुलाई, 2022 को यह पर्व मनाया गया। इसके बाद अब 29 जुलाई को आने वाले शुक्रवार का भी महत्व है। आइये आपको एक उपाय बताते हैं जिससे धन संकट दूर हो जाएगा।
सावन माह में शुक्रवार को करें यह विशेष उपाय
सावन माह के शुक्रवार को आप एक विशेष उपाय करें। सुबह भगवान शिव के मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। इसके बाद आप वहीं पर बैठें एवे भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का कम से कम 108 बार जाप अवश्य करें। आपको पता ही होगा कि भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का है- ‘नमः शिवाय’
इस मंत्र के जाप के पश्चात आप मां लक्ष्मी के मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:’ का भी जाप करें। फिर शाम को भगवान शिव जी की आरती करें एवं मां लक्ष्मी की आरती करें। इसके बाद भगवान शिव और मां लक्ष्मी से धन प्राप्ति की प्रार्थना करें, आपकी मनोकामना पूरी होगी। हर हर महादेव।
सावन मास में अपनाएं यह नित्यचर्या
- 1. लोग सुबह जल्दी उठते हैं, पवित्र स्नान करते हैं और साफ कपड़े पहनते हैं।
- 2. भक्त भगवान शिव मंदिर जाते हैं और जलाभिषेक करते हैं।
- 3. जलाभिषेक के बाद, शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, चीनी, शहद और घी का मिश्रण) और गंगा जल के साथ रुद्राभिषेक करें जो ओम नमः शिवाय के जाप के बीच सबसे महत्वपूर्ण है।
- 4. शिवलिंग पर सफेद और लाल रंग के फूल, बेल पत्र (11 या 21), भांग, धतूरा चढ़ाएं।
- 5. कुछ लोग गन्ने के रस से भी अभिषेक करते हैं।
- 6. भगवान शिव और माता पार्वती को सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
- 7. पुरुष भक्त भी भगवान शिव को जनेऊ चढ़ाते हैं।
- 8. रुद्राक्ष की माला पर महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें।
- 9. शिव चालीसा, शिव रुद्राष्टकम और भगवान शिव की आरती का पाठ करें।
- 10. विवाहित और अविवाहित महिलाएं सौभाग्य और समृद्ध वैवाहिक जीवन के लिए देवी पार्वती को श्रृंगार अर्पित करती हैं।
- 11. लोगों को शिव परिवार को वस्त्र अर्पित करने चाहिए।
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