कोविड-19 संकट के मध्य जिला शिमला की कोटखाई तहसील के फेनाली गांव में भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आने से 70 वर्षीय की बुजुर्ग महिला जिंदा जल गई। आग में 6 घर जल कर राख हो गए। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गई। दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में कड़ी मशक्कत लग गई। आगजनी की ये घटना मंगलवार रात दो बजे के आसपास हुई।
खबर के मुताबिक फेनाली गांव में ज्यादातर मकान लकड़ी के बने हुए है। जिससे घरों में तेजी से आग फैली। आग लगने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई। लेकिन बेकाबू आग को काबू नहीं किया जा सका। इसके बाद गांव वाले घर से निकले और आग बुझाने में लग गए।
फायरमैन इंचार्ज केसर सिंह ने बुधवार को बताया कि उन्हें आग लगने की सूचना सुबह करीब 3.00 बजे मिली जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे तथा आग को नियंत्रण में लाया गया। उन्होंने कहा कि एक 70 वर्षीय महिला आग के मलबे के नीचे दब गई और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि आग लगने और नुकसान के नुकसान का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस आगजनी में प्रभु दयाल, बिमला देवी, राजेश कुमार, जय लाल, देवी सिंह और जय किशन के मकान पूरी तरह से राख हो गए हैं।
सीएम जयराम ठाकुर ने आगजनी में मकानों के राख होने और वृद्ध महिला की मौत पर दुख जताया है। ट्वीट सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान करने के आदेश दिए गए हैं। जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा ने भी आग की घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को मदद का आश्वासन दिया है।
इस बीच जुब्बल कोटखाई के पूर्व विधायक व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर ने आगजनी की इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने प्रशासन द्वारा प्रभावितों को फ़ौरी राहत राशि व रहने की वैकल्पिक व्यवस्था और राशन उपलब्ध करवाने की मांग की हैं। उन्होंने सरकार से अग्नि प्रभावितों को आपदा राहत कोष के साथ-2 मुख्यमंत्री राहत कोष से भी आर्थिक सहायता शीघ्र-अति-शीघ्र देने की मांग की हैं।