
गोंडा॥ जनपद के करनैलगंज क्षेत्र में एक घोड़े में बरखोडिया मेलियाई नामक जानलेवा जीवाणु मिलने से बवाल मच गया। हिसार प्रयोगशाला से घोड़े की ग्लैंडर्स पाजिटिव रिपोर्ट आते ही पशु विभाग के अफसरों ने बाकायदा पीपीई किट पहन कर घोड़े को दर्द रहित मृत्य देकर उसको गहरे गड्ढे में दफना दिया।
पशु चिकित्सकों के अनुसार ये जानलेवा बीमारी घोड़े व खच्चरों में होती है और यह पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकती है। इस रोग का कोई उपचार नहीं है।
घोड़े तबियत काफी दिनों से खराब चल रही थी। जिसको उसके मालिक ने पशु अस्पताल में दिखाया, जहां उसका सैंपलिंग कर उसे हिसार लैब में भेज दिया गया। उसकी रिपोर्ट ग्लैंडर्स पॉजिटिव आई, जिससे पशु विभाग सतर्क हो गया। जांच के दौरान पता चला की घोड़ा बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक बैक्टीरिया से संक्रमित है।
अश्व को फौरन पशुचिकित्सा विभाग की टीम ने करनैलगंज कस्बे से दूर बाहर ले जाकर उसे जेसीबी के मदद से गड्ढा खुदवाकर दफन कर दिया। क्योंकि घोड़ा ग्लैण्डर्स पॉजिटिव था। इसलिए पशु विभाग के कर्मचारियों ने बाकायदा पीपीई किट पहन रखा था।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर एस राठौर ने शनिवार को बताया यह जानलेवा बीमारी है और पशुओं से मनुष्यों में फैल सकती है। यह बीमारी घोड़ों और खच्चरों में होती है। यह जानलेवा है इसका कोई इलाज नहीं है। इसलिए दफना दिया गया, इसके अलावा कोई उपाय नहीं था।