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Up Kiran, Digital Desk: यह सुनकर भी रूह काँप जाती है कि कोई साँप अपनी मौत का बदला लेने आया है। यह खौफनाक घटना उत्तर प्रदेश के एटा में घटी। उत्तर प्रदेश में त्योहार महाराष्ट्र से 15 दिन पहले शुरू हो जाते हैं। श्रावण मास में एक परिवार ने गलती से एक साँप को मार डाला। उन्होंने उसे जानबूझकर नहीं मारा था। नाग पंचमी के दिन उस समय हड़कंप मच गया जब परिवार के घर में साँप मिला। साँप को देखकर परिवार के होश उड़ गए। उन्हें अपनी आँखों के सामने मौत दिखाई दे रही थी। जब गाँव वालों को इस बात का पता चला, तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई।

साँप को मारने वाले लोगों के घर में साँप मिलने की खबर नाग पंचमी के दिन हवा की तरह फैल गई और गाँव वालों में यह चर्चा होने लगी कि साँप बदला लेने आया है। इसी दहशत में गाँव वालों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। अगले दिन, काफी देर तक खोजने के बाद साँप तो मिल गया, लेकिन उस रात गाँव वालों को नींद नहीं आई। सभी ने बत्तियाँ जलाकर निगरानी रखी।

अलीगंज थाना क्षेत्र के सरौतिया गाँव का मामला है। नाग पंचमी के दिन प्रवेश दीक्षित के घर से एक साँप निकला। 15 दिन पहले एक साँप की मौत हो गई थी। साँप ने पूरी रात गाँव वालों को दहशत में रखा। वह साँप का बदला लेने आई थी। सुबह होते ही गाँव वालों ने तुरंत वन विभाग की टीम को बुलाया।

हमने कई बार बुज़ुर्गों और फिल्मों में सुना है कि साँप, साँप को मारने का बदला लेने आता है। सच हो या झूठ, ग्रामीण इलाकों में यही मान्यता है कि साँप बदला लेता है या अगर साँप को चोट पहुँचती है तो वह बदला लेता है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मानसून के कारण घरों में चूहे मारने पर साँपों के निकलने की संभावना बढ़ जाती है।

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