img

सैन फ्रांसिस्को। आज के दौर में युवाओं में टिकटॉक का नशा है सर चड़ कर बोल रहा है। देखा गया गया है की ज्यादातर छात्र अपने आप को चर्चित करने के लिए अपनी फोटो वीडियो को टिकटॉक के माध्यम से हाईलाइट होने का प्रयास कर रहें जो की युवा पीढ़ि में इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है।

जी हां आपको बतादें की अमेरिका की एक छात्रा ने चर्चित वीडियो एप टिकटॉक पर गुपचुप तरीके से अपने यूजर्स का डाटा चीन भेजने के लिए मुकदमा दायर किया है। साथ ही आपको यह भी बता दें की, कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में दाखिल इस मुकदमे में यूनिवर्सिटी छात्रा मिस्टी हांग ने टिकटॉक पर आरोप लगाया है कि फोन में मौजूद उसके निजी डाटा को वीडियो एप ने बिना इजाजत चुराकर उसे अपने सर्वर पर भेजने का काम किया है।

RRB Recruitment 2019: 10वीं पास के लिए रेलवे में निकली बंंपर वैकेंसी, ऐसे करे आवेदन

टिकटॉक से जुड़े ये सर्वर चीन के बनाए नियम और कानून से संचालित होते हैं। चीन की कंपनी बाइटीडांस द्वारा 2017 में लांच टिकटॉक एप पर अपने यूजर्स का डाटा चुराने का यह पहला आरोप नहीं है। एप के खिलाफ बढ़ती शिकायतों को देखते हुए अमेरिकी सरकार गत सितंबर में इसकी जांच शुरू कर चुकी है।

चीन व पाक ने कर डाला लड़कियों का इतना बड़ा सौदा, दुल्हन बनाकर 629 लड़कियों को बेचा

11 करोड़ अमेरिकी यूजर्स के साथ टिकटॉक भारत समेत अनेक देशों में अपने मनोरंजक वीडियो फीचर्स की बदौलत धूम मचा रहा है। बता दें कि भारत में टिक टॉक पर एक बार बैन लग चुका है। बाद में मामला कोर्ट जाने पर मद्रास हाई कोर्ट( मदुरै बेंच) ने चीनी वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक पर लगाया गया बैन हटा दिया।

आर्थिक बदहाली से गुजर रहे पाकिस्तान को उबारने के लिये इमरान खान ने उठाया बड़ा कदम, विरोध करने वालों को दी ये चेतावनी!

टिक टॉक पर पॉर्नोग्राफिक कंटेंट के कारण बैन लगा दिया गया था। जिसके चलते नए यूजर्स इस एप को डाउनलोड नहीं कर सकते थे। हालांकि जिन लोगों ने इस एप को पहले से ही डाउनलोड कर रखा है वह इसका इस्तेमाल कर सकते थे।http://www.upkiran.org

--Advertisement--