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Up Kiran, Digital Desk: मुंबई मेट्रो, जो हर रोज़ लाखों लोगों को उनकी मंज़िल तक पहुंचाती है, उसने अब एक बहुत ही शानदार और सराहनीय कदम उठाया है. उन सभी साथियों के लिए जो दिव्यांग हैं, मुंबई मेट्रो ने एक बड़ा ऐलान किया है. जी हाँ, 23 नवंबर 2025 से, दिव्यांगजन मुंबई मेट्रो की अपनी हर यात्रा पर किराए में सीधे 25 प्रतिशत की छूट का फ़ायदा उठा पाएंगे! यह खबर यकीनन उन हज़ारों लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाएगी जिन्हें अपनी रोज़मर्रा की यात्रा में थोड़ी परेशानी होती थी.

क्या है यह नई छूट और क्यों यह खास है?

मुंबई मेट्रो हमेशा से कोशिश करती रही है कि उनकी सेवाएँ सबके लिए आरामदायक हों. इसी सोच के साथ, यह 25% की छूट का फ़ैसला लिया गया है. यह सिर्फ़ एक किराया कटौती नहीं है, बल्कि ये दर्शाता है कि हमारी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था समाज के हर वर्ग की ज़रूरतों के प्रति संवेदनशील है. इससे दिव्यांगजनों को यात्रा करने में न सिर्फ़ आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. वे अब पहले से ज़्यादा आसानी और स्वतंत्रता से कहीं भी आ-जा सकेंगे.

कैसे मिलेगा इस छूट का फायदा?

इस छूट का फायदा उठाने के लिए कुछ ज़रूरी बातें हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह रियायत हासिल करने के लिए दिव्यांग यात्रियों को कुछ पहचान पत्र दिखाने होंगे. ये पास काउंटर पर अपना ‘पर्चेजिंग ईएमआई पास’ दिखाकर 25 फीसदी रियायती किराया प्राप्त कर सकते हैं. हो सकता है मेट्रो अधिकारी उनके पहचान पत्र (जैसे सरकारी आईडी या विकलांगता प्रमाण पत्र) को जाँच के लिए मांगें. आप जब भी टिकट काउंटर पर जाएं, तो अपनी पहचान सुनिश्चित करने वाले दस्तावेज़ साथ ज़रूर रखें, ताकि आपको सुविधा से छूट मिल सके.

एक और बड़ा कदम: मेट्रो नेटवर्क का विस्तार

इसी बीच, मुंबई मेट्रो का नेटवर्क भी तेज़ी से बढ़ रहा है. मेट्रो लाइन 2ए और 7, जो अंधेरी ईस्ट-वेस्ट से दहानुकरवाड़ी तक जाती हैं, ने शहर की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं. रोज़ लाखों यात्री इसका लाभ उठाते हैं, जिससे सड़क पर भीड़ भी कम हुई है और प्रदूषण भी घटा है. नया विस्तार वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, एसवी रोड और लिंकिंग रोड पर यात्रा के अनुभव को और भी बेहतर बनाएगा.

मुंबई मेट्रो की यह पहल दिखाती है कि कैसे बेहतर सुविधाएँ और छोटी-छोटी छूट समाज में बड़ा बदलाव ला सकती हैं. दिव्यांगजनों के लिए यात्रा को आसान बनाना, उनकी ज़िंदगी को आसान बनाना है. यह कदम निश्चित रूप से पूरे देश में अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के लिए भी एक मिसाल कायम करेगा. तो तैयार हो जाइए, 23 नवंबर से दिव्यांग साथियों की मेट्रो यात्रा और भी ख़ुशनुमा होने वाली है!