नई दिल्ली॥ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जासूसी विवाद को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने मांग की है कि सरकार इजरायल से पूछे कि उसकी आई टी कंपनी ने भारतीयों की वॉट्सऐप बातचीत कैसे सुनी।
ओवैसी ने कहा कि इजरायली राजदूत को तलब किया जाना चाहिए और मामले में सवाल किया जाना चाहिए। अब यह पता चला है कि एक इजरायली कंपनी ने वॉट्सऐप बातचीत सुनी। इजरायली राजदूत को तलब किया जाना चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि उनकी कंपनी ने हमारे फोन क्यों सुने? लेकिन सरकार इजरायली कंपनी से नहीं पूछ रहे हैं, इसके बजाय आप वॉट्सऐप से सवाल कर रहे हैं। आप पूछने से डर क्यों रहे हैं।
पढि़ए-जरा इधर भी ध्यान दे मोदी जी, सत्ता में चूर भाजपा नेता विजय गोयल कानून की उड़ा रहे धज्जियां!
फेसबुक के स्वामित्व वाली वॉट्सऐप ने पिछले दिनों कहा कि इजरायली स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके अज्ञात इकाइयों द्वारा वैश्विक स्तर पर जासूसी की गई। भारत के कुछ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। वॉट्सऐप ने कहा है कि वह एनएसओ ग्रुप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहा है। यह इजरायली कंपनी है, जो निगरानी करने का काम करती है। समझा जाता है कि यह कंपनी उस प्रौद्योगिकी के पीछे है, जिसके जरिए जासूसों ने करीब 1,400 लोगों के फोन हैक किए हैं।
गौरतलब है कि इस खुलासे के बाद भारत सरकार ने वॉट्सऐप से यह मामला समझाने और यह बताने के लिए भी कहा है कि उसने लाखों भारतीयों की निजता की रक्षा के लिए क्या उपाय किए हैं। ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि देश में गरीबी और महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को इसकी न तो चिंता और न ही कोई परवाह है।
उन्होंने भरपेट भोजन नहीं मिलने के कारण उत्पन्न भूख की स्थिति संबंधी वैश्विक सूचकांक (जीएचआई) में भारत के 102वें स्थान पर पहुंचने को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। भारत 117 देशों के जीएचआई में 2018 में 95वें स्थान पर था और अब 2019 में 102वें स्थान पर पहुंच गया है। भारत के पड़ोसी देशों नेपाल, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश की रैंकिंग उससे बेहतर है। नरेंद्र मोदी पांच वर्षों से प्रधानमंत्री हैं।
आपको लोकसभा में 300 से अधिक सीटें मिली हैं। मोदीजी हम आपसे एक सवाल पूछना चाहते हैं यह कैसे हुआ? जो राष्ट्रवाद की बातें करते हैं उन्हें कुछ शर्म आनी चाहिए। आप भारत को एक ऐसी स्थिति में ले आए हैं। क्या यह है आपका राष्ट्रवाद? आपको शर्म आनी चाहिए। हमारे देश में 20 करोड़ लोग भूखे पेट सोते हैं और आप बड़ी बातें करते हैं। बीजेपी और आरएसएस गरीबों का मजाक उड़ाते हैं।
--Advertisement--