अफगानिस्तान में मौजूद जनता को अपनी पॉवर दिखा रहे तालिबान ने एक बार फिर बड़ी धमकी दी है। दरअसल, तालिबान ने अबकी बार अमेरिका को धमकी दी है, तो वहीं इसके बाद लोगों में बवाल मच गया कि आखिरकार तालिबान की इतनी हिम्मत कहां से आ गई जो सुपर पॉवर देश को धमकी दे रहा है।
जानकारी के मुताबिक कतर के दोहा में शनिवार को अमेरिकी अफसरों और तालिबान के आला अफसरों की मुलाकात हुई है। इस वार्ता के बाद अमेरिका का कहना है कि वे तालिबानी हुकूमत को मान्यता दिए बिना अफगानिस्तान के लोगों की सहायता करने के लिए तैयार है। इसके अलावा यूनाइटेड स्टेट का ये भी कहना था कि अब तालिबान को उसके बयानों से नहीं बल्कि उसके कामों से आंका जाएगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने दोहा वार्ता के दौरान तालिबान प्रतिनिधियों से मुलाकात की और अहम राष्ट्रीय हित के मसलों पर चर्चा की। इनमें आतंकवाद, सुरक्षा, आतंकवाद, विदेशी नागरिकों की सुरक्षा शामिल थी। इसके अलावा युवतियों तथा औरतों के मुद्दों पर भी दोनों मुल्कों ने बात की।
हालांकि, तालिबान के भी इस मीटिंग में तेवर तीखे थे। कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान ने यूएसए को धमकी भरे अंदाज कहा कि वो अफगानिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश ना करें। कार्यवाहक विदेश मंत्री खान ने अफगानिस्तान की समाचार एजेंसी से बख्तर से इस बारे में बात की थी।
उन्होंने अपने इस बयान में कहा था कि हमने उन्हें साफ साफ बोल दिया है कि अफगानिस्तान में हुकूमत को अस्थिर करने की कोशिश भी मत करना नहीं तो ये किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा। MFP के जरिए रिकॉर्ड किए गए बयान में अमीर खान ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ अच्छे संबंध होना हर किसी के लिए फायदे का सौदा साबित होगा।