जब कोई क्रिकेटर (चाहे वह बल्लेबाज हो या गेंदबाज) ग्राउंड में प्रवेश करता है, तो उसे खेलते वक्त बहुत सतर्क रहना पड़ता है, क्योंकि कई मर्तबा ग्राउंड में क्रिकेटरों से न चाहते हुए भी ऐसी गलती हो जाती है, जिसका नुकसान होता है। इन गलतियों में सबसे आम है नो बॉल वर वाइड बॉल डालना और यह गलती अक्सर फॉस्ट बॉलर द्वारा की जाती है। हालांकि स्पिनरों की यह गलती न के बराबर है।
नो बॉल फेंकने से बैटिंग करने वाली टीम को न सिर्फ अतिरिक्त रन मिलते हैं बल्कि एक और अतिरिक्त बॉल खेलने का मौका मिलता है, साथ ही कई अन्य छूट भी मिलती है. अगर वह उस बॉल पर कैच भी हो जाते हैं तो भी उन्हें आउट नहीं किया जाएगा। किंतु क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट के इतिहास में कौन सा इंडियन बॉलर है, जिसने अपने पूरे क्रिकेट करियर में एक भी नो बॉल नहीं डाली।
वह क्रिकेटर कोई और नहीं बल्कि महान क्रिकेटर कपिल देव हैं, जिन्होंने 1983 में भारत को पहला विश्व कप दिलाया था। कहा जाता है कि कपिल देव ने 1978 से 1994 तक क्रिकेट खेला और कई बार गेंदबाजी की मगर बल्लेबाज के सामने कभी कोई बात नहीं की। इसके साथ ही ऐसा करने वाले कपिल देव इंडिया के इकलौते बॉल हैं।
आपको याद दिला दें कि कपिल देव ने लगभग 16 साल तक क्रिकेट खेला, जिसमें उन्होंने करीब 225 वनडे और 131 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमश: 3783 और 5248 रन बनाए। उन्होंने वनडे और टेस्ट मुकाबलों में क्रमशः 253 और 434 विकेट भी लिए हैं। इसलिए कहा जाता है कि कपिल देव जैसा क्रिकेटर आज तक इंडिया में पैदा नहीं हुआ है।