अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो फौजियों के वापस लौटने के बाद इस युद्धग्रस्त रियासत में अराजकता के हालात पैदा हो गए है। तालिबान (Taliban) का दावा है कि उसने अफगानिस्तान के 80 % इलाकों पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान (Taliban) अफगानिस्तान में स्टेकहोल्डर के तौर पर अपने अस्तित्व स्थापित करने के लिए तमाम देशों से संपर्क भी कर रहा है। तालिबान ये बताने कि कोशिश में है कि वो बीस वर्ष पहले जैसा था वैसा नहीं रहा और बदल चुका है। पाकिस्तान भी तालिबान को अफगान सरकार में साझेदार बनाए जाने की हिमायत करता रहा है। (Taliban news)
इस बीच, देश में शांति स्थापित करने के लिए अफगानिस्तान के नेता तालिबान (Taliban) से दोहा में वार्ता करने वाले हैं। टोलो न्यूज के मुताबिक, इन वार्ताकारों में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी शामिल हैं। लेकिन अफगानिस्तान ने कहा है कि अगर तालिबान के साथ वार्ता विफल रहती है तो वो हिंदुस्तान की सैन्य मदद मांग सकती है। हिंदुस्तान में तैनात अफगानिस्तान के राजदूत ने हिंदुस्तान की मदद लेने की बात कही है। (Taliban news)