नई दिल्ली॥ तकदीर, कई लोग इसपर यकीन करते हैं और कई नहीं भी करते हैं। मगर, यदि आप किस्मत पर विश्वास नहीं करते तो आज से करने लगेंगे। जी हां, आज हम आपको पाकिस्तान क्रिकेट टीम के एक ऐसे खिलाड़ी की स्टोरी बताने जा रहे हैं जिसपर ‘रातों रात राजा’ बनने वाली कहावत सिद्ध होती है। उस खिलाड़ी ने एक मजदूर की तरह दिहाड़ी पर कार्य किया, मगर जब तकदीर पल्टी तो वह पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलता नजर आया।
रातों रात किस्मत बदलती है अगर आपको इस बात पर विश्वास ना हो, तो आप पाक क्रिकेट टीम के तेज बॉलर मोहम्मद इरफान की कहानी जरुर जाननी चाहिए। तो आइए आपको हम इरफान की कहानी बताते हैं। असल में इरफान एक गरीब परिवार से थे। वह पाकिस्तान में आने वाले पंजाब के गग्गु मंडी में गुजर-बसर के लिए एक प्लास्टिक पाइप बनाने वाली फैक्ट्री में दिहाड़ी श्रमिक की तरह कार्य करते थे।
इरफान को उनकी मजदूरी के लिए सप्ताह में 300 रुपए मिलते थे। कुल मिलाकर वह दिन में 8-9 घंटे मजदूरी करने के बाद महीने में 1200 रुपये ही कमा पाते थे। इतने पैसे में उनके लिए परिवार का खर्चा चलाना ही मुश्किल होता था, तो ऐसे में क्रिकेटर बनने का उनका सपना वर्षों तक दिल में ही दबा रहा।
गरीबी के आलम में जी रहे इरफान के दिल में क्रिकेट शुरुआत से ही बसता था। वह मजदूरी के बाद वक्त निकाल कर टेल बॉल क्रिकेट खेलते थे। साथ ही इरफान शौकिया तौर पर लेदर बॉल क्रिकेट भी खेलने चले जाते थे। मगर इरफान को नहीं पता था कि उनकी किस्मत अचानक सातवें आसमान पर पहुंचने वाली थी।
वास्तव में इरफान एक क्लब मैच खेल रहे थे कि तभी पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज आकिब जावेद की नजर इरफान पर पड़ी। आकिब ने उनके हुनर को पहचान लिया और उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी में शामिल करने का इन्विटेशन दिया। इस मौके को इरफान ने अच्छी तरह भुनाया।
इरफान की फॉस्ट बॉलिंग को देखकर पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज अजहर अली ने मोहम्मद इरफान की गेंदबाजी के मुरीद होगए और यही से शुरु हुआ इरफान का पाकिस्तान क्रिकेट टीम में खेलने का सफर शुरु हुआ। जब पाकिस्तान ए के विरूद्ध खेलते हुए 4 विकेट अपने नाम किए। फिर तो मानो इरफान के अच्छे दिन शुरु हो गए और वह आगे बढ़ते गए। इस तरह से वो पाक क्रिकेट टीम आए और आज दुनिया में नाम कमा रहे हैं।