मध्य एशिया के देश कजाखस्तान पर से अब लगता है कि चीन का तिलिस्म समाप्त होने लगा है। जिस वक्त पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण का सामना कर रही थी, यह देश हिंदुस्तान के निकट होता जा रहा था। हिंदुस्तान में कजाखस्तान के दूतावास की तरफ से बताया गया है कि 11 माह के अंदर हिंदुस्तान और कजाखस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार ने नई ऊंचाईयां छुई हैं।
दोनों राष्ट्रों के मध्य व्यापार सन् 2020 में 2।3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। कजाखस्तान के राजदूत एचई येरलान ने एक संक्षिप्त नोट लिखकर उनके राष्ट्र के लिए हिंदुस्तान की अहमियत के बारे में बताया है। कजाखस्तान में दिसंबर 2021 में संसदीय इलेक्शन होने वाले हैं। दूसरे शब्दों में कहे तो भारत के बल बूते कजाखस्तान चीन को आंख दिखा रहा है।
एचई येरलान ने इससे पहले कोरोना संक्रमण के दौरान हिंदुस्तान की तरफ से की गई सहायता का शुक्रिया जताया है। उन्होंने कहा है कि इलेक्शन न सिर्फ उनके देश के लिए बल्कि पड़ोसियों और रणनीतिक साझेदारों के लिए भी बहुत जरूरी हैं। राजदूत येरलान ने कहा कि इलेक्शन काफी अहम हैं और हिंदुस्तान के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उनका मानना है कि हिंदुस्तान के लिए क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता बहुत ही संवेदनशील है और महामारी के बावजूद दोनों देशों के बीच 11 माह में द्विपक्षीय व्यापार 2।3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। राजदूत येरलान की मानें तो दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार का ये सर्वोच्च आंकड़ा है।