अलीगढ़। राजधानी लखनऊ में एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तैयारी में शासन और प्रशासन जोर-शोर से लगे हुए हैं तो वहीँ दूसरी ओर बुलडोजर का कहर जारी है। खबर के मुताबिक खैर तहसील के गांव कुंजगढ़ी के माजरा पला वीरान में सरकारी जमीन पर बने एक अधिवक्ता के मकान को तहसील प्रशासन ने ढहा दिया। इस पर अधिवक्ता का परिवार बिफर गया और तहसील में धरने पर बैठ गया। यहां पर खूब हंगामा हुआ। अधिवक्ता पक्ष का आरोप था कि गांव में अन्य भी कई मकान सरकारी जमीन पर बने हुए हैं, लेकिन कार्रवाई केवल उन्हीं के मकान पर हुई है।
राजस्व टीम ने कुछ लोगों की मिलीभगत के चलते यह कार्रवाई की है। देर शाम तहसील कार्यालय पहुंचे एसडीएम खैर ने अधिवक्ता के परिवार को जूस पिलाकर धरना खत्म कराया। आश्वासन दिया गया कि बिना भेदभाव के सभी के खिलाफ समान कार्रवाई होगी,पला वीरान में सरकारी जमीन पर दर्जनों लोगों ने कब्जा कर रखा है। पिछले दिनों ग्राम प्रधान ने इसकी शिकायत एसडीएम व तहसीलदार से शिकायत की थी। इस पर सोमवार को राजस्व टीम ने 2010 का एक पुराने आदेश को आधार मानते हुए इस जमीन पर कार्रवाई शुरू कर दी।
आरोप है कि राजस्व टीम ने भेदभाव कर एक ही व्यक्ति के खिलाफ जानबूझ कर कार्रवाई की है। मंगलवार को भी अधिवक्ता के परिवार का तहसील में धरना जारी रहा। तहसीलदार ने इन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन यह धरने से नहीं हटे। अब मंगलवार शाम को एसडीएम खैर तहसील कार्यालय में पहुंचे तो इन्होंने धरने पर पहुंचकर बातचीत की। आश्वासन दिया कि सभी के खिलाफ समान रूप से कार्रवाई होगी। कोई भी अवैध कब्जा धारक बचेगा नहीं। तब कहीं जाकर धरना खत्म हुआ। एसडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होगी।
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