UP News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए जौनपुर के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा की लखनऊ स्थित जमीन जब्त कर ली। कानपुर रोड पर स्कूटर इंडिया के सामने स्थित इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। ईडी की टीम बुलडोजर लेकर आई और जमीन पर हुए अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह कार्रवाई की है। मामला उस समय का है जब 2007 में मायावती प्रदेश की सीएम थीं और बाबू सिंह कुशवाहा यूपी में मंत्री थे।
क्या है एनआरएचएम घोटाला
2005 में केंद्र की यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) योजना शुरू की थी। इस योजना को लेकर मायावती सरकार पर केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे के गबन का आरोप लगा था। भ्रष्टाचार के इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब 2010 और 2011 में लखनऊ में यूपी के दो सीएमओ डॉ. विनोद आर्य और डॉ. बीपी सिंह की हत्या कर दी गई।
बाद में इसी घोटाले में जेल में बंद डिप्टी सीएमओ डॉ वाईएस सचान भी जेल में मृत पाए गए थे। बाबू सिंह कुशवाह इस एनआरएचएम भ्रष्टाचार मामले में आरोपी हैं और ईडी उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है।
कुशवाहा का राजनीतिक सफर
भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कुशवाहा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 2024 में जौनपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) से टिकट मिलने से पहले उनके राजनीतिक करियर में एक दशक तक उतार-चढ़ाव रहे। उन्होंने 5,09,130 वोट हासिल किए और भाजपा के कृपाशंकर सिंह को करीब 1,00,000 वोटों के अंतर से हराया। सिंह को 4,09,795 वोट मिले। फिलहाल बाबू सिंह कुशवाहा लोकसभा में समाजवादी पार्टी संसदीय दल के उपनेता हैं।
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