अयोध्या,10 अक्टूबर यूपी किरण। हिंदुस्तान काे हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग काे लेकर तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंस आचार्य 12 अक्टूबर से आमरण-अनशन पर बैठने जा रहे हैं। वह अपने आश्रम के सामने स्थित अशाेक वृक्ष के नीचे सुबह पांच बजे से अनशन पर बैठेंगे। इसके लिए उनके द्वारा छह महीने पहले ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री काे पत्र भेजा जा चुका है।
शनिवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्हाेंने कहा कि जब देश का बंटवारा धर्म केेे आधार पर हुआ और पाकिस्तान को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कर दिया गया। फिर भारत को हिंदूू राष्ट्र घोषित करनेे में क्या आपत्ति है? अगर देश का बंटवारा धर्म के आधार पर नहीं हुआ, तो बंटवारे का कोई औचित्य ही नहीं है। पाकिस्तान व बांग्लादेश का भारत में विलय करके अखंड भारत की घोषणा कर देनी चाहिए।
परमहंस ने कहा हिंदुस्तान का अस्तित्व दीर्घकाल तक सुरक्षित रखने और अखंड भारत के लिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करके पाकिस्तान और बांग्लादेश में जितने हिंदू हैं। उनको भारत में बुला लेना चाहिए। यहां से मुस्लिमों को पाकिस्तान और बांग्लादेश भेज जाए।
परमहंस ने बताया कि 11 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उनके द्वारा वैदिक रीति से अनशन स्थल की भूमि का पूजन किया जायेगा। गाैरतलब है कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की मांग काे लेकर स्वामी परमहंस 12 दिनों तक आमरण-अनशन कर चुके हैं। उनके अनशन काे खुद सूबे के मुखिया याेगी आदित्यनाथ ने जूस पिलाकर ताेड़वाया था। साथ ही अनशन के बाद मंदिर का ऐतिहासिक फैसला आया। अब राममंदिर का भव्य निर्माण हाे रहा है।