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uttarakhand news: ऋषिकेश में कुत्तों का आतंक एक गंभीर समस्या बन चुकी है। ये न केवल लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि सामाजिक तनाव और विवादों को भी जन्म दे रही है। ये समस्या हर मोहल्ले में देखी जा रही है, जिससे लोग रात के समय बाहर निकलने में भी डरने लगे हैं।

आस पड़ोस के लोगों की शिकायतें स्पष्ट करती हैं कि स्ट्रीट डॉग के हमलों से लोग घायल हो रहे हैं और इसके कारण बच्चों को खेलने के लिए बाहर भेजना भी खतरनाक हो गया है। उग्रसेन नगर में एक 13 वर्षीय छात्र को पालतू कुत्ते ने काट लिया, जिससे उसके पैर पर गहरे जख्म हो गए। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या ने परिजनों में चिंता पैदा कर दी है।

डीजीबीआर रोड पर भी स्थिति गंभीर है। यहां कुत्तों के झुंड ने एक स्कूटी सवार पर हमला किया। ये मुख्य मार्ग होने के कारण यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए यह एक बड़ा खतरा बन गया है।

आशुतोषनगर और प्रगति विहार में भी स्ट्रीट डॉग का आतंक बढ़ता जा रहा है। यहां तक कि छोटे बच्चे भी इनका निशाना बन रहे हैं, जिससे परिजनों में दहशत का माहौल है।

इस समस्या से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। स्ट्रीट डॉग की संख्या को नियंत्रित करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित उपायों की जरूरत है। इसके साथ ही लोगों को भी सलाह दी जानी चाहिए कि वे स्ट्रीट डॉग के साथ किसी भी प्रकार का संपर्क करने से बचें और यदि वे किसी हमले का शिकार होते हैं, तो आनन फानन डॉक्टरों की सहायता लें।

 

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