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Up kiran,Digital Desk : पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल गरम हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन कोलकाता में भाजपा की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए पार्टी नेताओं की बैठक में शामिल हुए। बैठक में उन्होंने नेताओं को एकजुट चेहरा दिखाने और चुनाव में पूरी ताकत लगाने का संदेश दिया।

बैठक में कौन-कौन शामिल हुए

बैठक में भाजपा के सांसद, विधायक, नगरपालिका पार्षद और संगठन पदाधिकारी मौजूद रहे। खास बात यह रही कि पूर्व राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष को भी बैठक में शामिल किया गया, जिन्हें आगामी चुनाव में पार्टी का एक मुख्य चेहरा बनाया जा सकता है। इसके अलावा बैठक में सुकांत मजूमदार, समिक भट्टाचार्य और शुभेंदु अधिकारी समेत कई वरिष्ठ और युवा नेताओं की मौजूदगी रही। केंद्रीय पर्यवेक्षकों जैसे सुनील बंसल, भूपेंद्र यादव, बिप्लब देब और अमित मालवीय ने भी बैठक में हिस्सा लिया।

दिलीप घोष बोले

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में दिलीप घोष ने कहा, "मैं अब सक्रिय रूप से 2026 के चुनाव में नजर आऊंगा। मुझे अपनी राय और अनुभव साझा करने के लिए बुलाया गया।"

अमित शाह के निर्देश

अमित शाह ने नेताओं को निर्देश दिया कि वे सप्ताह में कम से कम चार दिन और रोजाना पांच ‘स्ट्रीट कॉर्नर मीटिंग’ में हिस्सा लें, ताकि जनता के बीच पार्टी की पहुंच मजबूत हो। उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो महीनों में नेताओं का प्रदर्शन तय करेगा कि कौन चुनावी टिकट पाने के योग्य है।

बैठक में अमित शाह ने 2024 के लोकसभा चुनावों के अनुभव और चुनौतियों पर भी चर्चा की और जोर दिया कि पिछले अनुभवों का चुनावी रणनीति में उपयोग करना जरूरी है।

सोशल मीडिया पर अमित शाह का अंदाज

अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों से कहा, "कोई जल्दबाजी मत करना, मैं समय लेकर आया हूं, आराम से बात करेंगे।" जाते समय उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, "चलिए धन्यवाद अब सवाल फैब्रिकेट हो रहे हैं।"

चुनाव की संभावना

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल 2026 में हो सकते हैं। अमित शाह का यह दौरा भाजपा के लिए रणनीति तय करने और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।