img

WHO Alert: कोविड-19 आपदा के बाद दुनिया ने राहत की सांस ली, लेकिन अब एक नए खतरे का सामना कर रही है: एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता है। इस वायरस ने 13 अफ्रीकी देशों में प्रकोप फैलाया है, जिसमें 524 मौतें हो चुकी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एमपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने बताया कि एमपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, विशेष रूप से पूर्वी कांगो में, जहां वायरस पड़ोसी देशों में फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ अफ्रीका में प्रकोप को काबू करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों के तहत इमरजेंसी टीम बुला चुका है और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित किया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस की रोकथाम के लिए सारे प्रयास कर रहा है, जिसमें रक्त नमूनों का विश्लेषण, संपर्क ट्रेसिंग, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण, और टीकों की उपलब्धता शामिल है। इस कार्य के लिए डब्ल्यूएचओ ने 15 मिलियन डॉलर की क्षेत्रीय प्रतिक्रिया योजना तैयार की है और आपातकालीन निधि से 1.5 मिलियन डॉलर जारी किए हैं।

बता दें कि अभी तक एमपॉक्स के 14,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, और पिछले साल की तुलना में इस साल मामले की संख्या बढ़ी है। क्लेड IIb नामक वायरस का एक रूप 2022 में वैश्विक स्तर पर फैला था, मुख्यतः पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में, और इसे भी डब्ल्यूएचओ ने सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित किया था।

--Advertisement--