आज मंगलवार हैं ये दिन राम भक्त हनुमान को समर्पित है। संकटमोचन अपने भक्तों को आने वाले सभी संकट से बचाते हैं। हनुमान जी को कलयुग का देवता कहा जाता है। भक्तवत्सल्य हनुमान अपने भक्तों पर बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। बजरंगबली के सामने कोई भी नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियां नहीं टिक पाती हैं।
पवन पुत्र सभी युगों में व्याप्त रहने वाले भगवान हैं। इनकी कृपा से बुद्धि, बल, शक्ति की प्राप्ति होती है। हनुमान जी की पूजा से घर में सुख, शांति के अलावा सकारात्मक वातावरण का माहौल बनता है। आज हम बात करेंगे कि हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए क्या-क्या करना चाहिए और क्या-क्या नहीं करना चाहिए।
पवनपुत्र की पूजा-उपासना करने से पहले साफ-सफाई का विशेष महत्व दिया गया है। साफ-सुथरे कपड़े पहनकर पूजा स्थल को भी साफ सुथरना रखना चाहिए। वैसे भी हनुमान जी स्त्रीयों से बहुत दूर रहते हैं इसलिए स्त्रियों को अधिक साफ सफाई करना चाहिए ।
जब घर में किसी की मृत्यु या जन्म हो, तो उस समय को सूतक काल कहते हैं। ऐसे समय में हमें हनुमान के साथ-साथ अन्य देवता की पूजा करना या मंदिर जाने से बचना चाहिए।
मंगलवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति के सामने राम नाम का 108 बार जाप करें। राम की पूजा करने वालों पर हनुमान जी पहले प्रसन्न होते हैं।
हनुमान पूजा करने वाले व्यक्तियों को मांस, मदिरा से दूर रहना चाहिए। पूजा करने वालों को शाकाहारी जीवन जीना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो भगवान हनुमान क्रोधित होकर दंड दे सकते हैं।
भगवान हनुमान का पूरा जीवन राम भक्ति की सेवा में समर्पित था। उन्होंने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया। जिस दिन हनुमान जी की पूजा करें, उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूरी है।