कंगाली की कगार पर अंबानी, बन्द हो सकती है ये कंपनी

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नई दिल्ली ।। अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस की सहयोगी कंपनी ग्लोबल क्लाउड एक्सचेंज जीसीएक्स लिमिटेड ने अमेरिका के एक अदालत में बैंकरप्सी प्रोटेक्शन की याचिका दायर की है। मतलब अब ​अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली एक और कंपनी जल्द दिवालिया घोषित हो सकती है। इससे अनिल अंबानी की दिक्कतें और भी बढ़ गई हैं। कंपनी को 35 करोड़ डॉलर का एक भुगतान करना था। जिसमें नाकाम रहने के बाद कंपनी ने सह कदम उठाया है।

इस कारण से क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने अंबानी की कंपनी की ​रेटिंग में भी कटौती कर दी है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय है कि जीसीएक्स के पास समुद्र के नीचे विश्व का सबसे बड़ा प्राइवेट केबल सिस्टम मौजूद है। इससे पहले जुलाई महीने में जीसीएक्स ने कहा था कि उसने होल्डर्स के साथ एक अनुबंध किया हैं। जिसके तहत उसके बॉन्ड की मैच्योरिटी से जुड़े विकल्पों पर चर्चा के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा। इससे पहले रिलायंस कॉम्युनिकेशंस भी बैंकरप्सी की दायरे में आ गई है। रिलायंस कम्युनिकेशन ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई से 4,800 करोड़ रूपयें का लोन लिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा से आरकाम ने 2,500 करोड़ रूपये का ऋण लिया है।

आरकाम ने सिंडिकेट बैंक से 1,225 करोड़ रूपये और पंजाब नैशनल बैंक से 1,127 करोड़ और चाइना से डिवेलपमेंट बैंक से 9,900 करोड़ एक्जिम बैंक ऑफ चाइना से 3356 करोड़ और स्टेंडर्ड चार्टर्ड बैंक मुंबई-लंदन से 2100 करोड़ रुपये का लोन लिया हैं। मार्च 2018 में रिलायंस ग्रुप का कुल लोन 1.7 लाख करोड़ रुपये है।

आरकाम के अलावा समूह की चार कंपनियों पर भी बहुत अधिक देनदारी है। इस इस ऋण को चुकाने के लिए ही संपत्तियों को बेचा जा रहा है। रिलायंस ​कैपटिल पर 38,900 करोड़ और रिलायंस पावर पर तीन हजार करोड़ लिया है। रिलायंस इंफ्रा पर 17,800 करोड़ और रिलायंस इंजीनियरिंग पर सात हजार करोड़ रूपये की देनदारी हैं।

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