लखनऊ ।। बसपा और सपा के बीच बढ़ते रिश्ते को तोड़ने के लिए जो साजिश आरएसएस और भाजपा ने की है वो सफल नही होगी।राज्यसभा में साजिश करके बीएसपी के प्रत्यासी को हरवाने वाले भाजपाइयों की साजिश से सपा और बसपा के रिश्तों में तिल भर भी फर्क नहीं पड़ेगा।
सपा और बसपा के बीच नजदीकियों के बढ़ने के बाद से ही बीजेपी के लोग अनाप शनाप और अनर्गल और अमर्यादित, असंस्कृत भाषा का प्रयोग कर रहे है।
गेस्ट हाउस कांड एक घिनोना षड्यंत्र को भजपा वाले याद तो दिलाते हैं अब उसी पुलिस अधिकारी को योगी सरकार ने प्रदेश का डीजीपी बनवाया है। गेस्ट हाउस कांड के लिए अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराना गलत है। ये सपा और बसपा के बीच नफरत फैलाने के सिवाय कुछ भी नहीं है। मायावती ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि कहीं गेस्ट हाउस कांड करवाने वाले पुलिस अफसर को डीजीपी बनवाकर सरकार उनकी(मायावती) हत्या की साजिश तो नहीं रच रही ।
मायावती के इस बड़े हमले के बाद सियासत में भूचाल आना तय है। गेस्ट हाउस कांड के आरोपी पुलिस अफसर को प्रदेश का पुलिस प्रमुख बनाने को लेकर मायावती के इस हमले का योगी सरकार क्या जवाब देती है ये तो सरकार का बयान आने के बाद ही पता चल पाएगा।लेकिन जिस तरह से मायावती ने बीजेपी के ऊपर इस तरह से जबरदस्त हमला बोला है।
तो वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का पक्ष लेकर जो बयान दिया है उससे इतना तो स्पष्ट हो गया है राज्यसभा चुनाव के नतीजों को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे वो गलत साबित हुए हैं। मायावती ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इस रिजल्ट का सपा और बसपा के रिश्तों पर तिल भर भी असर नहीं पड़ेगा।