लखनऊ ।। यूपी में राज्यसभा की दस सीटों के लिए हुए चुनाव में BJP ने 9 सीटों पर कब्जा किया है और सपा ने 1 सीट पर बाजी मारी। इस चुनावों में BSP की हार हुई। इसी कड़ी में BSP के नेताओं का कहना है कि राज्यसभा चुनावों के नतीजों का सपा-बसपा के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
तो वहीं BSP-सपा के नेताओं का कहना है कि वह लोकसभा में फिर से एकजुट होकर मैदान में उतरने वाले हैं। बताया जा रहा है कि सपा कैराना लोकसभा एवं विधान परिषद चुनाव में BSP की मदद करेगी। उनका कहना है कि SP और BSP के रिश्ते राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी जारी रहेंगे।
तो वहीं इसके बारे में सपा प्रवक्ता और MLC सुनील सिंह साजन ने कहा कि यह रिश्ता इतना कमजोर नहीं कि इतने जल्दी टूट जाए। सपा इस बात को बखूबी जान रही है कि प्रदेश में अगर भारतीय जनता पार्टी से लड़ना है तो इस गठबंधन को मजबूती देना होगा और शायद इसलिए सपा सियासी तौर से बड़े समझौते भी कर ले।
आपको बता दें कि यूपी की विधानपरिषद में 5 May को सपा के 7 सदस्य, BSP के 3 और BJP की 2 सीटें खाली हो रही है। तो वहीं आकड़ों को देखा जाए तो 10 सीटें BJP के खाते में जा रही है जबकि 2 सीटों पर SP-BSP मजबूत दिख रहे हैं। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि सपा विधानपरिषद और कैराना लोकसभा के उपचुनाव के जरिए BSP को रिटर्न गिफ्ट देगी।