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लखनऊ ।। उत्तर प्रदेश यूपी की दो लोकसभा सीटों पर BJP का रथ रोकने के बाद बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव अब सूबे की एक और लोकसभा सीट पर सपा-बसपा की ‘दोस्ती का करिश्मा’ दिखाने को तैयार हैं।
सूत्रों के अनुसार, गोरखपुर और फूलपुर में जीत दर्ज करने के बाद अब पश्चिमी यूपी की कैराना लोकसभा सीट पर SP-BSP मिलकर चुनाव लड़ेंगे। यह सीट भाजपा सांसद हुकुम देव के निधन के बाद खाली हुई है। इस सीट पर BJP प्रत्याशी के सामने मायावती अपना प्रत्याशी खड़ा करेंगी और सपा-बसपा को अपना समर्थन देगी।
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न्यूज पेपर इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, फरवरी महीने की शुरुआत से ही फोन पर मायावती और अखिलेश यादव के बीच उपचुनावों में साथ मिलकर उतरने की बातचीत शुरू हो गई थी। North-East के चुनाव परिणाम आने के बाद दोनों दलों के ‘अघोषित गठबंधन’ पर अंतिम मुहर लग गई।
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जिस समय भाजपा पूर्वोत्तर के 3 राज्यों में सरकार बना रही थी, सपा और बसपा यूपी में गठबंधन की नींव रखने में जुटी थी। इसके बाद इस नींव ने गोरखपुर और फूलपुर में सपा-बसपा गठजोड़ की पहली दीवार खड़ी कर दी।
गोरखपुर और फूलपुर में जीत दर्ज करने के बाद बुधवार शाम को जब मायावती के घर पर अखिलेश यादव पहुंचे तो दोनों नेताओं के बीच 40 मिनट की लंबी बातचीत हुई। सियासी जानकारों का कहना है कि लखनऊ में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुई बातचीत आने वाले लोकसभा चुनावों में एक बड़े कदम का संकेत है।
फोटोः फाइल
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