उत्तर प्रदेश ।। मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नजर आ रही हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का एलान कर दिया है। मायावती का कहना है कि वह भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए कांग्रेस का समर्थन करने जा रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को अपनी गलत नीतियों के कारण हार का सामना करना पड़ा है।
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कांग्रेस ने ना चाहते हुए भी कांग्रेस को जिताया है। भाजपा को अपनी गलत नीतियों के कारण इन विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस इस जीत को अगामी लोकसभा चुनाव में भी भुनाने की पूरी कोशिश करेगी। चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जनता गुस्से में थी। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट नहीं करना चाहती थी, लेकिन न चाहते हुए भी उन्हें कांग्रेस को जिताना पड़ा। जनता ने दिल पर पत्थर रखकर भारतीय जनता पार्टी को हराया है। बसपा ने कांग्रेस और भाजपा को विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दी। लेकिन हम ज्यादा सीट जीतने में कामयाब नहीं हुए। पूरी स्थिति को देखते हुए हमने मध्यप्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया है। अगर जरूरत पड़ती है, तो राजस्थान में भी हम कांग्रेस को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस और भाजपा दोनों पर मायावती ने दलितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘देखिए, कांग्रेस के शासन में दलितों की सबसे ज्यादा उपेक्षा हुई, जो भाजपा के राज में भी कम नहीं हुई। दलितों की अनदेखी हुई, इसी वजह से बहुजन समाज पार्टी का गठन हुआ था। लेकिन अभी तक दलितों के साथ अत्याचार कम नहीं हुई हैं।’