हर बार बच जाती थी चालाक बीवी, परेशान पति ने पकड़ने को निकाला ये उपाय

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उत्तर प्रदेश ।। गोरखपुर जिले के गीडा में राजमिस्त्री अखिलेश उर्फ अलगू के हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। हत्या के आरोप में चिलुआताल थाना क्षेत्र के भौंरामल निवासी संजय निषाद पुत्र स्व. कांता निषाद को अरेस्ट किया गया है।

आरोपित के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया डंडा भी बरामद हुआ है। पुलिस का दावा है कि राजमिस्त्री का आरोपित की पत्नी से नाजायज संबंध था, जिसकी जानकारी होने पर हत्या की गई है। पत्‍नी के नाजायज संबंधों का शक संजय को पहले से ही था, पकड़ने के लिए संजय ने अपनी बुद्धि का इस्‍तेमाल किया और फोन के कॉल रिकार्डर से नाजायज संबंधों का खुलासा हुआ।

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पुलिस अधिकारी ने घटना का खुलासा करते हुए कहा कि महराजगंज जनपद के निचलौल थाना क्षेत्र के विशुनपुरा निवासी अखिलेश उर्फ अलगू पुत्र पलटू गीडा में राजमिस्त्री का काम करता था। 13 अगस्त को गीडा सेक्टर 22 में एक निर्माणाधीन मकान के अंदर अलगू का शव बरामद किया गया।

मामले की जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि अलगू के हत्या का आरोपित चिलुआताल थाना क्षेत्र के भौंरामल निवासी संजय निषाद पुत्र स्व. कांता निषाद गाहासाड़ रेलवे क्रासिंग के पास खड़ा है। पुलिस टीम ने आरोपित को दबोच लिया और पूछताछ में आरोपित संजय निषाद ने खुद हत्या करने की बात कबूल कर लिया।

आरोपित के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त एक लकड़ी का डंडा भी बरामद किया गया है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि आरोपित की पत्नी भी गीडा में मजदूरी करती थी। इसी दौरान अलगू तथा संजय की पत्नी से नाजायज संबंध हो गया। इसकी भनक लगने पर संजय ने कुछ दिनों तक चोरी-छिपे निगरानी किया और नाजायज संबंधों को अपने आंखों से देखने के बाद राजमिस्त्री की हत्या कर दी।

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संजय ने दावा कि गुजरात से घर आने के बाद उसको पत्नी पर शक होने लगा क्योंकि पत्नी अक्सर अपने मायके रहने लगी। संजय ने पत्नी की बेवफाई पकड़ने के लिए एक मोबाइल खरीदा और पत्नी को दे दिया। काल रिकार्ड के जरिए पत्ता करने में लगा रहा। इसी बीच एक दिन गुटखा देने के दौरान संजय के सामने ही उसकी पत्नी को राजमिस्त्री ने दोनों हाथों से पकड़कर मजाक करने लगा।

इसको लेकर पति-पत्नी में विवाद भी हुआ था। संजय का दावा है कि वह गुजरात जाने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच मोबाइल के रिकार्ड से पता चला कि राजमिस्त्री अलगू और आरोपित की पत्नी गोरखपुर में कमरा लेकर रहने का पूरा ताना-बाना बुन चुके है।

राजमिस्त्री अलगू की हत्या में पकड़े गए संजय निषाद के पिता कांता निषाद रेलवे में नौकरी करते थे मगर वर्ष 2005 में उनकी मौत हो गई। संजय के कक्षा आठ तक शिक्षा ग्रहण करने के कारण नौकरी नहीं मिल रही थी, इसलिए वह हाईस्कूल पास करके मृतक आश्रित कोटे से नौकरी पाने में जुटा था।

पुलिस का दावा है कि हत्या के दिन शाम को राजमिस्त्री अखिलेश उर्फ अलगू ने संजय निषाद की पत्नी से मछली मंगाया था और उसके साथ भोजन करने की पूरी तैयारी की थी। इसी बीच शाम को कुछ दूरी पर एक जगह दावत होने के कारण मछली नहीं बनी और राजमिस्त्री के खाना खाकर आने के कुछ ही देर बाद संजय पहुंच गया और उसका मर्डर कर दिया।

राजमिस्त्री की हत्या में पकड़ा गया आरोपित संजय निषाद गुजरात में पेंट पालिश का कार्य करता था और उसकी पत्नी गीडा में मजदूरी करती थी। कुछ माह पहले ही संजय घर आया तो अपनी पत्नी का किसी के साथ नाजायज संबंध होने का शक हो गया और महीने पड़ताल करता रहा और सच्चाई सामने आने के बाद हत्या किया।

फोटो- प्रतीकात्मक

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