लखनऊ।। अफसर कुछ भी करें, लेकिन उनका केवल गुडवर्क ही प्रकाशित हो, इसकी चाह रखने वाले एक पूर्व आईएएस अफसर इस समय बौखलाए हुए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में सचिव रहे मणि प्रसाद मिश्रा ने सचिव बनने के लिए अपनी जन्मतिथि को ही 10 महीने कम करवा लिया। इसका दस्तावेज सामने आने और खबर प्रकाशित होने पर मणि प्रसाद मिश्रा ने पत्रकार सुभाष विश्वकर्मा के ऊपर केस दर्ज करवाने की धमकी दी है।
सचिव रहे मणि प्रसाद मिश्रा ने सफाई में कहा है कि उन्हें जन्मतिथि गलत होने की जानकारी जब हुई तब इसके बाद उन्होंने उसे सही करवाया।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश सरकार में गृह विभाग में विशेष सचिव गृह के पद पर तैनाती के एक माह बाद ही सचिव बनाये गए आईएएस अफसर को लेकर एक बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
आईएएस में प्रमोट होने के बाद भी मणि प्रसाद मिश्रा की जन्मतिथि 1.02.1956 ही रही, लेकिन फिर अचानक 2016 की ग्रेडिशन लिस्ट में 1.12.1956 हो जाती है। इसका सीधा मतलब है कि मणि प्रसाद की नौकरी आश्चर्य तरीके से सीधे 10 महीने बढ़ जाती है।
इस सम्बन्ध में जब नियक्ति विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी की गयी, तो सभी लोगों ने स्पष्ट किया कि ग्रेडिशन लिस्ट को कोई त्रुटि संभव ही नहीं, क्योंकि जारी करने से पहले टेंटेटिव जारी किया जाता है।
पूरी छानबीन के बाद ही लिस्ट जारी की जाती है। छानबीन से ये तो स्पष्ट हो गया कि ग्रेडिशन लिस्ट में छपी सीनियारटी लिस्ट में इस तरह की त्रुटि संभव ही नहीं। तो फिर ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या देश की इस सर्वोच्च सेवा में भी इस तरह की हेराफेरी हो सकती है।