न्यूज डेस्क ।। हम आपको बताएंगे कि मुस्लिम लोग बैठकर पेशाब क्यों करते हैं? बहुत से लोगों को इसका सही कारण नहीं पता है। बहुतों को तो इस बारे में गलत जानकारी दी गई है। तो आइए, जान लेते हैं सही बात क्या है।
इस्लाम धर्म में पेशाब को अपवित्र (अशुद्ध) माना गया है। अगर इसका एक बूंद भी कपड़े पर गिर जाता है तो वह कपड़ा अशुद्ध हो जाता है और उस कपड़े में मुस्लिम भाई नमाज और धार्मिक किताब कुरान भी नहीं पढ़ सकते। पानी से धो लेने पर वह कपड़ा शुद्ध हो जाता है। पर बैठ कर पेशाब करने से पेशाब ज्यादा नहीं झलकता जिस कारण कपड़ा अशुद्ध होने से बच जाता है।
इस्लाम धर्म में अपने प्राइवेट हिस्सों को बेनकाब करना पाप माना जाता है। इसलिए इसका पर्दा करना बहुत जरूरी होता है। जब एक इंसान बैठकर पेशाब करता है तो उसका प्राइवेट हिस्सा छिपा रहता है। इसीलिए मुसलमान बैठ कर पेशाब किया करते हैं।
तो वहीं अगर स्वास्थ्य के नजरिए से देखा जाए तो बैठकर पेशाब करना ही सही होगा। क्योंकि डॉक्टर्स बतलाते हैं कि, जब हम खड़े होकर पेशाब करते हैं, तो उस समय मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता। जिस कारण मूत्राशय में कुछ मूत्र बच जाता है और वह फिर वापस किडनी की ओर चला जाता है। जिससे इन्फेक्शन और किडनी संबंधित रोग होने का खतरा रहता है।