नई दिल्ली ।। हिंदुस्तान के पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अपने पुराने सहयोगी चीन से कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकियों की सूची में जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को शामिल करने के लिए लगाए गए तकनीकी रोक (वीटो पॉवर) को हटा ले।
पाकिस्तान का कहना है कि इस कदम के पहले चीन हिंदुस्तान के सामने शर्त रखे कि हिंदुस्तान सीमा पर चल रही तनातनी को कम करे साथ ही इस्लामाबाद के साथ द्विपक्षीय बातचीत को शुरू करे।
वहीं चीन ने इशारा किया है कि वह अमेरिका के एकपक्षीय मसौदे के संकल्प को स्वीकार नहीं करेगा। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल ने जैश-ए-मोहम्मद को अंतराष्ट्रीय आंतकवादी संगठन घोषित किया है। चीन ने अमेरिका पर UN 1267 कमेटी के नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
साथ ही अमेरिका ने कमेटी के अफसरों में भी कमी करने की कोशिश की है। UN में मसूद अजहर को बैन करने को लेकर चीन ने चौथी बार वीटो पॉवर का यूज कर उसे बचा लिया था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 3 प्रमुख सदस्य देशों ने 2 सप्ताह में चीन से विशिष्ट कारण देने की मांग की है।
तकनीकी रोक लगाने के लिए विशिष्ट कारण देने के लिए चीन को दिया गया वक्त इस सप्ताह समाप्त होने जा रहा है। इसके बाद अमेरिका अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करेगा, जिससे चीन को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र आम सभा में यूएस इस संबंध को खुली चर्चा के लिए रख सकता है।