लखनऊ।। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके बंगले पर जाकर मुलाकात की है। मुलायम सिंह और सीएम योगी की मुलाकात को लेकर दिन-भर अटकलों का बाजार गर्म रहा। आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने हाल ही दिए गए सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बारें में सीएम योगी से चर्चा की जिसमें पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगले खाली होने हैं।
सूत्रों की मानें तो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव चाहते हैं कि उनके बंगले नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोविंद चौधरी और नेता विधान परिषद अहमद हसन के नाम अलाट कर दिये जायें। जिससे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन भी हो जायेगा और इन बंगलों पर मुलायम सिंह और अखिलेश यादव का कब्जा भी बरकरार रह जायेगा।
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गौरतलब है कि, पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बनाये गए उस कानून को रद्द कर दिया जिसके तहत प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन सरकारी बंगला देने का प्रावधान किया गया था। वर्तमान में एनडी तिवारी, अखिलेश यादव समेत 6 पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगलों पर काबिज हैं।
पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित सभी सरकारी बंगले लंबे-चौड़े क्षेत्रफल और शहर के सबसे पॉश इलाके में स्थित हैं। इनका रखरखाव भी सरकार करती है। इसके लिए प्रदेश का राज्य संपत्ति विभाग सालाना बजट आवंटित करता है। ये सभी बंगले मामूली दरों पर आवंटित हैं। इनमें सालाना लाखों रुपये मरम्मत पर खर्च किये जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 7 मई को प्रदेश सरकार द्वारा बनाये गये उप्र. मंत्री (वेतन, भत्ता और प्रकीर्ण) (संशोधन) अधिनियम को अवैध बताते हुये खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने लोक प्रहरी संस्था की याचिका पर सुनवाई करते हुये ये निर्णय दिया था।