उत्तराखंड ।। इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच मोहाली वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड रन चेज़ करके भारत को 4 विकेट से हरा दिया। यह एक नज़दीकी मैच था, जिसमें जमकर रन बरसे।
पहले भारत ने 358 रन बनाए, जिसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भी रनों की बरसात की और यह विशाल लक्ष्य 47.5 ओवर में 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। एश्टोन टर्नर ने 44 गेंदों पर 80 रन बनाकर मैच खत्म किया।
मैच में भारत की हार का सबसे बड़ा गुनहगार शायद खराब अंपायरिंग को ही माना जाना चाहिए। युजवेंद्र चहल के एक ओवर में एक मौका ऐसा आया जहाँ उन्होंने कैच की अपील की और रिव्यु लिया। स्नीको पर साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था की टर्नर के बेट को गेंद लगी है, फिर भी उन्हें नॉट आउट करार दिया गया। बाद में उसी टर्नर ने मैच भी जिताया।
आखिरी ओवर में विजय शंकर के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए जब युजवेंद्र चहल मैदान पर उतरे उस समय पैट कमिंस की गेंद पर चहल ने शॉट खेला और वह गेंद सीधे पैट कमिंस के हाथों में जा समाई।
लेकिन पैट कमिंस अपना संतुलन बनाते समय उस गेंद को छोड़ बैठे और गेंद जमीन पर लुढ़कते हुए दिखी। अंपायर ने नाट आउट का फैसला सुनाया वहीं पर स्वयं पैट कमिंस ने भी यह कबूल किया कि उनके हाथों से गेंद छूट गई है। लेकिन अंपायर का फैसला कौन टाल सकता है।