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उत्तर प्रदेश॥ यूपी के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य की कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हुई है। इसके साथ ही अपराधों पर भी प्रभावी अंकुश लगा है। डॉ महेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी आंकड़ों पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा क्राइम इण्डिया 2017 के अनुसार देश में कुल 30,62,579 आईपीसी के अपराध पंजीकृत हुए हैं, जिनमें से 3,10,084 अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए, जो कि देश में ऐसे पंजीकृत अपराधों का 10.1 प्रतिशत हैं।

जबकि जनसंख्या के आधार पर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 17.65 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों कते आधार पर बताया जा रहा है, कि उत्तर प्रदेश में अपराध अधिक हैं, जो सही नहीं है। जनसंख्या के अनुपात में देखा जाए तो स्थिति वैसी नहीं है, जैसी बताई जा रही है।

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उन्होंने कहा कि अपराध की स्थिति को समझने के लिए क्राइम रेट एक बेहतर एवं विश्वसनीय संकेतक है। एनसीआरबी मुताबिक सम्बन्धित वर्ग की प्रति एक लाख जनसंख्या के सापेक्ष अपराधों की संख्या को अपराध दर के रूप में परिभाषित किया गया है। यह एक स्थापित वास्तविक संकेतक है, जो राज्य के आकार और जनसंख्या में वृद्धि के प्रभाव को संतुलित करता है।

अत: क्राइम रेट ही अपराधों की सही स्थिति समझने के लिए एक प्रामाणिक संकेतक है। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 में विभिन्न अपराध शीर्षकों में देश के राज्यों के सापेक्ष उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति डकैती में 26वां, लूट में 16वां, हत्या में 22वां, नकबजनी में 31वां, बलात्कार में 22वां तथा महिला सम्बन्धी अपराध में 16वां स्थान कुल 24वां स्थान है।

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