डेस्क ।। बाजार आपसे कहता है कि आपके शरीर पर फलां चीज है, तो आप खूबसूरत नहीं हैं। फलां चीज है, तो आप बदसूरत हैं। ऐसी मार्केटिंग और ऐसी समझ के टाइम में भी कोई औरत अपने ‘बदसूरत’ हिस्से को गर्व से सबके सामने ले आए, तो? इंग्लैंड में रहने वाली एमिली हॉल्स्टन ने यही किया।
एमिली 19 साल की हैं। मां बनी हैं। नवंबर 2017 में दो जुड़वा बेटे हुए इनके। एक का नाम ऑर्थर रखा। एक का नाम फिनले। एमिली की नॉर्मल डिलिवरी नहीं हुई। ऑपरेशन करना पड़ा। ऑपरेशन का दाग उनके पेट पर रह गया। इसके अलावा प्रेगनेंसी के समय हुए स्ट्रेचमार्क्स भी हैं।
एमिली ने अपनी कुछ तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डाली हैं। इनमें उनके ये दाग दिख रहे हैं। उनकी ये तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं। प्रेगनेंट हैं, तो ये तेल लगाइए। ये क्रीम लगाएंगी, तो निशान नहीं होगा। बाजार ये ही मैसेज देता है। प्रेगनेंसी में शरीर के कुछ हिस्से, खासतौर पर पेट फैलता है। उसकी चमड़ी भी फैलती है।
इसकी वजह से त्वचा पर स्ट्रेच मार्क्स बन जाते हैं। इनको एक किस्म की बदसूरती माना जाता है। कहते हैं कि ये भद्दे लगते हैं। सो बाजार में इन स्ट्रेच मार्क्स को हटाने के लिए कई तरह के प्रॉडक्ट हैं। इनका भी वो ही मतलब है। कि औरत को हर हाल में चिकना, सुंदर और बेदाग होना चाहिए।
इसीलिए दाग अच्छे नहीं हैं। एमिली की तस्वीरों की खूब तारीफ हो रही है। क्योंकि ये बाजार की मानसिकता, औरतों को किसी सामान की तरह देखने की उसकी सोच को ठेंगा दिखाती हैं। एमिली ने अपनी फोटो के साथ एक कैप्शन भी शेयर किया है। वो दुनिया की सारी औरतों को एक आत्मविश्वास देना चाहती थीं। सो उन्होंने फोटे के कैप्शन में लिखा-
ये काफी निजी पोस्ट है। मेरी डिलिवरी को चार महीने बीत चुके हैं। प्रेगनेंसी की वजह से मेरा शरीर जैसे बदला है, उसे मैंने स्वीकार करना शुरू कर दिया है। मैंने दो खूबसूरत बच्चों को नौ महीने यानी करीब 36 हफ्तों तक अपने पेट में रखा। लगभग पांच हफ्तों तक इन्हें अपना दूध पिलाया। मेरी प्रेगनेंसी आसान नहीं थी।
लगता था मानो ये दोनों बच्चे जल्द से जल्द पेट से बाहर आना चाहते हैं। तबीयत बिगड़ने पर मुझे कई बार अस्पताल में भर्ती भी कराना पड़ा था। आपके स्ट्रेचमार्क्स आपका परिचय नहीं हैं। आपके दाग आपका परिचय नहीं हैं। आपका मोटापा आपका परिचय नहीं है।
दाग, स्ट्रेचमार्क्स और मोटापे जैसी चीजों से घबराने की जरूरत नहीं है। इनसे मुंह छुपाने की जरूरत नहीं है। और न ही इनकी वजह से शर्मिंदगी या कोई प्रेशर महसूस करनी की जरूरत है। एमिली का संदेश साफ है। कि प्रेगनेंसी में ये चीजें स्वाभाविक हैं। इन्हें स्वाभाविक ही लेना चाहिए।