कार्तिक पूर्णिमा पर इस तरह करें मां तुलसी की पूजा, प्रसन्न हो जाएंगे भगवान विष्णु, सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी

img

धर्म डेस्क। कार्तिक पूर्णिम के मौके पर मंगलवार सुबह सुर्योदय से पहले ही गंगा समेत प्रमुख नदियों में लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। गंगा, गोमती और वरुणा जैसी प्रमुख नदियों पर सुबह से ही घाटों पर दूर दूर तक आस्‍था का रेला लगा था। श्रद्धालुओं ने घाट पर दान पुण्‍य के साथ ही कार्तिक मास पर्यंत पूजन अनुष्‍ठानों का भी पारण कर वर्ष भर के लिए श्री और समृद्धि की कामना की।

हर-हर महादेव के साथ हर हर गंगे का उदघोष करते हुए आस्‍थावानों ने नदियों में स्‍नान कर उगते सूर्य को अर्घ्‍य देकर सुख और समृद्धि की कामना की।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन धन, समृद्धि और सौभाग्य के लिए तुलसी की विशेष पूजा करें। आज के दिन तुलसी पूजन करते हुए तुलसी के पौधे के नीचे दीपक अवश्य जलाएं। आज पूरे 31 दीपक जलाकर अपने घर और गृहस्थी के लिए सौभाग्य की कामना अवश्य करें। शाम के वक्त तुलसी के पास दीया जलाने से लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। तुलसी का पौधा परिवार को बुरी नजर से भी बचाता है।

तुलसी आराधना से लाभ

भगवान विष्णु को तुलसी बहुत प्रिय हैं और केवल तुलसी दल अर्पित करके श्रीहरि को प्रसन्न किया जा सकता है। शास्त्रों में कहा गया है कि तुलसी जी की बात भगवान वि‍ष्‍णु कभी नहीं टालते हैं। इसलिए अगर तुलसी माता प्रसन्न हो जाएं तो सब तकलीफें दूर हो जाती हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। तुलसी का पौधा हमेशा से आस्था का केंद्र रहा है।

तीज-त्यौहार हो या पूजा-पाठ हर काम में इस पवित्र पौधे की पत्तियों को इस्तेमाल किया जाता है। घर के आंगन में तुलसी का पौधा है तो आपके घर के सारे वास्तु दोष मिट जायेंगे। सुखा तुलसी का पौधा घर में रखना अशुभ माना जाता है। अगर तुलसी का पौधा सूख गया है तो उसे किसी पवित्र नदी, तालाब या किसी कुंए में प्रवाहित कर दें। सुखा पौधा हटाने के बाद तुरंत नया तुलसी का पौधा लगाएं।

Related News