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लखनऊ ।। उन्नाव की रहने वाली एक महिला ने सीएम आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है। महिला का देश के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को संबोधित वीडियो भी समाने आया है। जिसमें महिला अपने पति के विदेश में फंसे होने की बात कह रही है। महिला का पत्र कुछ इस तरह है।

सेवा में
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी
उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ

महोदय,

निवेदन है कि मैं ममता पत्नी पवन कुमार ग्राम बीघापुर जिला उन्नाव की निवासी हूं। मेरे पति पवन कुमार पुत्र स्व. गंगा रतन रोजी रोटी के लिए वर्ष 2013 में कुवैत गए हुए थे, जोकि मालिक अब्दुल शेमरी की झूठी शिकायत के कारण तीन साल से भारत वापस नहीं आ पा रहे हैं। मेरे पति के मालिक ने उन पर सैलरी देने के बहाने से एक अरबिया में लिखे पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए और कोई सैलरी नहीं दी। जब उन्होंने सैलरी मांगी तो देने से मना करते हुए बोला तुम मुझे तीन हजार दीनार दो तुम से मैंने हस्ताक्षर करवा लिए कि तुम ने मुझ से सैलरी से अधिक तीन हजार दीनार लिए हैं। जो तुम उन्हें काम करके चुकाओगे।

जब उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये तो झूठ है आपने मुझे कोई सैलरी नहीं दिया तो कहने लगा जो मैं कह रहा हूं, वह ही सच है और तुम ने ही हस्ताक्षर किये हैं कि तुम ने लिए है, तो उन्होंने विनती करते हुए कहां ऐसा मत करिये मैं ही अपने घर का अकेला कमाने वाला हूं जो मेरे बूढ़ी मां, पत्नी, 3 साल की बच्ची है जिसका भरण पोषण का करने वाला मेरे शिवा कोई उनका सहारा नहीं है, पर उसने कहा मुझे ये सब नहीं पता, मैं तो बस ये जनता हूं कि या तो तुम मेरे पास रह कर काम करके तीन हजार दीनार चुकाओ या फिर अपने घर से पैसे मांगा कर दो या फिर खुद को बेच कर मेरे पैसे चूका कर घर चले जाओ।

जब पवन कुमार ने इसका अधिक विरोध किया तो मालिक द्वारा उन्हें मारपीट कर बंधक बना लिया गया। जब उन्हें मौका मिला तो वह वहां से भाग कर दिनाक 11 दिसंबर 2014 को भारतीय दूतावास पहुंचे और उन्होंने आप बीती सुनाते हुए चोटों के निशान दिखाये और मदद की गुहार लगाई तो दूतावास के अधिकारियों द्वारा उसे भरोसा देते हुए कहा गया कि मैं तुम्हे सुरक्षित भारत वापस घर भेज देंगे, मगर वह आज तक आश्वासन तक ही सीमित रह गया और इसके चार माह बाद अब्दुल शेमरी ने पवन पर केस कर बैन लगवा दिया, अगर उसी समय वक्त रहते दूतावास के अधिकारियों द्वारा कोई उचित कार्यवाही की गई होती, तो वह आज अपने घर भारत होते।

मैं उन्हें सुरक्षित भारत वापसी लाये जाने के लिए तीन साल से बराबर बच्ची को लिए दिल्ली में ऑफिसों की चक्कर लगा रही हूं, मगर फिर भी अभी तक कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई, जिससे मेरे पति को सुरक्षित घर वापसी लाया जाये।

अतः विन्रम निवेदन है कि मेरे निर्दोष पति पवन कुमार के लिए तीन हजार दीनार मुख्यमंत्री कोष से दे कर सुरक्षित भारत वापसी लाने की कृपा करें। आपकी मुझ गरीब पर महान कृपा होगी।

प्रार्थिनी
ममता पत्नी पवन कुमार
ग्राम बीघापुर, जिला उन्नाव

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।

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