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लखनऊ ।। दरअसल सुलतानपुर लखनऊ से दक्षिण पूर्व में पड़ता है। 24 जनवरी यानी मंगलवार को अखिलेश के यहां जाने का कार्यक्रम है। इस दिन दिशाशूल का असर उन पर नहीं पड़ता।

सोम शनीचर पूरब न चालू, मंगल बुध उतर दिसि कालू। रबी शुक्र जो पश्चिम जाय। हानि होय पथ सुख नहीं पाय। बीफै दक्खिन करे पयाना, फिर नहीं समझे ताको आना।

यानी सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में नहीं जाना चाहिए, वहीं मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की तरफ जाना काल को आमंत्रित करने जैसा है। रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा की तरफ जाने से हानि होती है और दुख मिलता है। वहीं गुरुवार को दक्षिण दिशा की तरफ जाने से व्यक्ति को लौटने में दिक्कत आ सकती है।

वैसे नोएडा को लेकर कई अंधविश्वास सत्ता के गलियारे में चर्चा में रहे हैं। 1988 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरबहादुर सिंह नोएडा में कालिंदीकुंज का उद्घाटन करने पहुंचे थे, इसके फौरन बाद उनकी सरकार गिर गई थी। 1989 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी एक पार्क का उद्घाटन करने नोएडा के सेक्टर-11 गए और तुरंत बाद उनकी सरकार गिर गई।

1998 में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह नोएडा के एक कार्यक्रम में पहुंचे और इसके बाद उनकी कुर्सी चली गई। 2004 में मुलायम सिंह यादव एक स्कूल के उद्घाटन के लिए गए और फिर वे दोबारा कुर्सी पर नहीं लौटे। इसके बाद 2011 में मायावती फिर से नोएडा आई, लेकिन इसके बाद हुए चुनाव में उनकी सत्ता चली गई।

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