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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ ।। उत्तर प्रदेश में पुलिस जितना ही अच्छा करना चाह रही है, गुंडे और बदमाश उतना ही पुलिस की कार्यप्रणाली का मजाक बना रहे हैं। यही नहीं इसके पीछे वह दावा कर रहे हैं कि भाजपा सरकार में रंगदारी तो देनी ही पड़ेगी, नहीं तो खुलेआम चौराहे पर हर दिन पीटे जाओगे।

ताजा मामला रायबरेली के कमालापुर गांव का है। यहां सीपी लोहिया विद्यालय है। इस विद्यालय के प्रबंधक हैं राधेश्याम यादव। उनसे पहली बार उस समय रंगदारी मांगी गई थी, जब योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण कर रहे थे। कहा गया था कि अब सरकार बदल गई है, तो रंगदारी देना शुरू कर दो। उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।

रंगदारी मांगने वाले अरुण कुमार उर्फ नन्हें शुक्ला ने तब कहा था कि सरकार बदल गई है। अब भाजपा सरकार में रंगदारी देना पड़ेगा। बाद में दो बार फोन पर 10 हजार रंगदारी मांगने पर जब उसे पैसा नहीं मिला, तो उसने घात लगाकर हमला कर दिया और स्कूल के प्रबंधक राधेश्याम यादव को सरेआम पीटा।

राधेश्याम यादव के पिता राम आसरे यादव (75) किसान हैं। वह कहते हैं कि योगीजी और आईडी साहब कुछ करिए। हमारा एक बेटा सुकमा में नक्सलियों से लड़ रहा है, तो दूसरा आपकी सरकार को बदनाम कर रहे गुंडों की मार खा रहा है। रंगदारी न देने पर हमारे बेटे को सरेआम पीटा जा रहा है।

राम आसरे यादव फर्क इंडिया से कहते हैं कि मामला 13 मई दिन शनिवार का है। जब उनके बेटे राधेश्याम यादव जो स्कूल के प्रबंधक हैं जरूरी काम से बाइक से दोस्त के साथ जा रहे थे, तो भरई चौराहे के पास पुलिया पर घात लगाकर बैठे अरुण कुमार उर्फ नन्हें शुक्ला ने चार लोगों के साथ मिलकर मार पीटा। यह भी कहा कि रंगदारी भाजपा सरकार में देनी ही पड़ेगी।

थाना सलोन में इसका एफआईआर भी हुआ, लेकिन कोतवाल साहब ने रंगदारी की बात को कॉपी से हटा दिया। वह गुनहगार को ही बचाने में जुटे हुए हैं। केवल मार पीटकर पैसे मांगने की बात केस दर्ज करते हुए लिखी गई है, जबकि अरुण कुमार उर्फ नन्हें शुक्ला 302 का मुजरिम है। उसके खिलाफ कई अन्य धाराओं में भी मामले दर्ज हैं।

राम आसरे यादव ने आईजी कानून-व्यवस्था हरिराम शर्मा से गुहार लगाई है कि साहब कार्रवाई करिए, रंगादारी न देने पर हमारे बेटे को पीटा जा रहा है। पूरा परिवार अपमानित हो रहा है। दबंग अरुण कुमार उर्फ नन्हें शुक्ला भाजपा सरकार के नाम पर रंगदारी न मिलने पर मारपीट कर रहा है।

फोटोः फाइल

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