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लखनऊ ।। देश में आधार लागू करने को लेकर मनमोहन सरकार का विरोध करने वाली भाजपा अब इसकी अहमियत समझ रही है। मोदी के कैशलेस इंडिया में यह आधार ही सबसे बड़ा आधार बनने जा रहा है। केंद्र सरकार आधार आधारित कैशलेस ट्रांजैक्शन की व्यवस्था जल्द शुरू करेगी। इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद लोग केवल अपने अंगूठे की पहचान के जरिये पेमेंट सिस्टम ‘आधार पे’ से भुगतान कर सकेंगे। देश में अब तक आधार कार्ड धारकों की संख्या 111 करोड़ हो चुकी है।
12 अंक वाले विशिष्ट पहचान संख्या यानी आधार के मामले में सरकार को गणतंत्र दिवस के अगले दिन बड़ी कामयाबी मिली है। देश की 91 फीसद आबादी को आधार नंबर जारी किया जा चुका है। खास बात यह है कि 18 वर्ष या उससे ज्यादा की उम्र वाले लगभग प्रत्येक व्यक्ति को आधार मिल चुका है।
कानून और इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आधार धारकों के नए आंकड़े का एलान करते हुए कहा कि इतनी बड़ी आबादी को आधार दिए जाने के साथ ही सरकार एक नई वित्तीय व्यवस्था ‘आधार पे’ शुरू करने जा रही है। इस नई व्यवस्था में बगैर किसी कार्ड या मोबाइल नंबर के न केवल भुगतान किया जा सकेगा, बल्कि भुगतान प्राप्त भी किया जा सकेगा।
इस व्यवस्था में भुगतान हासिल करने वाले यानी दुकानदार के पास एक स्मार्टफोन होना चाहिए, जिससे बायोमीटिक सेंसर जुड़ा होगा। सेंसर की कीमत मात्र दो हजार रुपये है। भुगतान करने के लिए फोन के एप में आधार संख्या डालनी होगी और अंगूठे की पहचान से लेनदेन किया जा सकेगा। इस व्यवस्था के लिए जरूरी है कि आधार नंबर आपके बैंक खाते से जुड़ा हो।
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