img

लखनऊ ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को यूपी छोड़ देने की सलाह दी, जिन्हें राज्य की कानून-व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री की इस सलाह पर हत्या का आरोपी विधायक अमनमणि उनके मंच पर ही बैठकर मुस्कुराता रहा। अमनमणि कभी अखिलेश यादव का भी खास हुआ करते थे।

योगी जिस मंच से राज्य में लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त करने का वादा कर रहे थे, उसी मंच पर अमनमणि त्रिपाठी मौजूद थे। अमनमणि त्रिपाठी यूपी के बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के बेटे हैं और इस बार वह नौतनवां से निर्दलीय विधायक बने हैं।

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिनों के गोरखपुर दौरे पर हैं। भाजपा ने उनके स्वागत के लिए कार्यक्रम आयोजित किया है। इस दौरान मंच पर भाजपा नेताओं के बीच अमनमणि त्रिपाठी भी दिखे। गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में अमनमणि ने योगी के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिये।

यूपी के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अमनमणि त्रिपाठी भाजपा में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक अमनमणि ने मार्च में भी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। शनिवार के कार्यक्रम के लिए अमनमणि और अमरमणि की ओर से सीएम के स्वागत में पोस्टर भी लगाये गये हैं। इन पोस्टरों में दोनों की तस्वीर छपी है और लिखा है, ‘महंत योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं नमन।’

यूपी के सियासी बाहुबलियों में शामिल अमरमणि त्रिपाठी इस वक्त युवा कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के दोष में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। जबकि उनके बेटे अमनमणि त्रिपाठी पर अपनी पत्नी सारा की हत्या का आरोप लगा है। इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

जुलाई 2015 एक सड़क हादसे में अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी सारा की मौत हो गई थी। ये हादसा उस वक्त हुआ था जब लखनऊ से एक कार से दिल्ली जा रहे थे। सारा की मां ने इस घटना को दुर्घटना मानने से इनकार कर दिया था और कहा था कि उनकी बेटी की हत्या की गई है।

--Advertisement--