…रात होते ही नेता से लुटेरी बन जाती थी शबनम

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नई दिल्ली ।। पूर्वी जिला पुलिस स्पेशल स्टाफ ने लुटेरी महिला गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह सरगना 40 वर्षीय शबनम उर्फ शब्बो को इलाके में लोग नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचानते हैं।

महिला एक राष्ट्रीय पार्टी के स्थानीय नेता के साथ रहती थी और पुलिस के पास जाकर लोगों के समझौते कराती थी। लेकिन रात होते ही वह तीन साथियों के साथ ऑटो में सवारी को बिठाकर लूटपाट करती थी। गिरोह सरगना के अलावा पुलिस ने आसिफा (35), इमरान उर्फ वसी (25) और संजय उर्फ गब्बर (32) को भी गिरफ्तार किया है।

सोमवार को एसीपी वाईके त्यागी, इंस्पेक्टर विनय यादव और एसआइ अरुण सिंधु की टीम ने त्रिलोकपुरी ब्लॉक-32 में शबनम व उसके साथियों को दबोच लिया। इनके पास से दो ऑटो भी मिले। पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह ने कुछ ही समय में करीब 30 वारदातों को अंजाम दिया है। जिसमें मयूर विहार और गाजीपुर थाने के चार मामले दर्ज हैं।

पुलिस के अनुसार, रात करीब 11 बजे गिरोह निकलता था। कभी इमरान तो कभी संजय ऑटो चलाता था। शबनम व आसिफा ऑटो की पिछली सीट पर बैठती थीं। आनंद विहार या सराय काले खां बस अड्डा और रेलवे स्टेशन के बाहर चालक सवारी के लिए आवाज लगाता। सस्ता किराया और ऑटो में महिलाओं को देखकर किसी को शक नहीं होता था।

गिरोह के लोग नोएडा, न्यू अशोक नगर या मयूर विहार की ओर जाने वाली सवारियों को बिठाते थे। सवारी को दोनों महिलाओं के बीच में बिठाया जाता था। थोड़ा आगे चलने पर गिरोह का चौथा सदस्य भी बैठ जाता था। फिर रास्ते में सुनसान स्थान पर सवारी को लूट लेते थे और कपड़े उतरवा कर फेंक देते थे।

शबनम की तस्वीर इलाके में नेता के रूप में थी। वह पार्टी के एक नेता की करीबी थी और अक्सर भीड़ जुटाने का काम करती थी। धरना प्रदर्शन में भी हिस्सा लेती थी। वह लोगों के मामले को सुलझाने के लिए अक्सर मयूर विहार थाना जाती थी। इसके अलावा उसे भी पुलिस का डर नहीं रहता था। स्थानीय निवासियों को भी उसके पकड़े जाने के बाद उसकी असलियत का पता चला है। उन्हें भी विश्वास नहीं हो रहा था कि शबनम ऐसी वारदात करती होगी।

फोटोः फाइल।

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