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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ने कहा है कि देश में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) लोकसभा चुनाव से पहले लागू हो जाएगा।। इसे लेकर जल्द ही अधिसूचना आ जाएगी। शाह ने स्पष्ट किया कि सीएए किसी के लिए भी नागरिकता छीनने का कानून नहीं है। हमारे मुस्लिम भाइयों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीएए केवल उन लोगों को नागरिकता देने के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के बाद यहां आए हैं।

अमित शाह शनिवार को एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि सीएए किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनेगा। इसका उद्देश्य केवल धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे पाकिस्तानी, अफगानिस्तानी और बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना है। इस प्रकरण में मुस्लिम भाइयों को गुमराह किया जा रहा है।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि यह भी कांग्रेस का वादा है। जब देश का विभाजन हुआ और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जा रहा था। उस दौरान वह सभी भारत में भाग कर आना चाहते थे, तब कांग्रेस ने वादा किया था कि आप यहां आइए, आपको यहां नागरिकता प्रदान की जाएगी।

अमित शाह ने कहा कि  मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए सीएए का उद्देश्य हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है, जो 31 दिसंबर, 2014 से पहले बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत आए हैं। गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में संसद में सीएए के पारित होने और उसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। 

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