
Up Kiran, Digital Desk: यह एक ऐसी ख़बर है जो हर उस माँ-बाप के दिल में एक सिहरन पैदा कर देगी, जिनका बच्चा आज इंटरनेट की दुनिया से जुड़ा हुआ है। दिल्ली में रहने वाली एक 13 साल की बच्ची अपने घर से निकलती है, एयरपोर्ट पहुँचती है और अकेले ही हवाई जहाज़ में बैठकर 2500 किलोमीटर दूर केरल के तिरुवनंतपुरम पहुँच जाती है। और उसके माता-पिता को इस बात की भनक तक नहीं लगती।
क्या है यह पूरा चौंकाने वाला मामला?
यह कहानी शुरू होती है इंटरनेट पर हुई एक दोस्ती से। दिल्ली में रहने वाली 13 साल की इस लड़की की दोस्ती ऑनलाइन एक 16 साल के लड़के से हुई, जो केरल में रहता था। दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि लड़की ने उससे मिलने का फैसला कर लिया। उसने अपने घर पर किसी को कुछ नहीं बताया और चुपचाप केरल जाने वाली फ्लाइट का टिकट लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुँच गई।
सबसे बड़ा सवाल: एयरपोर्ट पर किसी ने क्यों नहीं रोका?
इस कहानी का सबसे हैरान करने वाला पहलू यही है। कोई भी नाबालिग बच्चा अकेले हवाई सफर नहीं कर सकता, जब तक कि उसके माता-पिता की लिखित सहमति न हो और एयरलाइन को इसकी पूरी जानकारी न हो। लेकिन यह 13 साल की लड़की न सिर्फ एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच से गुजरी, बल्कि आराम से फ्लाइट में बैठकर केरल तक पहुँच भी गई, और किसी को उस पर शक तक नहीं हुआ।
कैसे खुला यह राज:उधर दिल्ली में जब देर तक लड़की का कुछ पता नहीं चला और उसका फोन भी बंद आने लगा, तो घबराए हुए माता-पिता ने पुलिस में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और लड़की के फोन की लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन देखकर दिल्ली पुलिस के भी होश उड़ गए, क्योंकि फोन की आखिरी लोकेशन केरल में उस 16 साल के लड़के के घर की थी।
दिल्ली पुलिस ने फौरन केरल पुलिस से संपर्क साधा। केरल पुलिस जब उस पते पर पहुँची तो लड़की वहीं पर मिली।
अब क्या हो रहा है: लड़की को सुरक्षित वापस दिल्ली भेजकर उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है। लेकिन अब केरल पुलिस ने इस मामले की एक बड़ी जांच शुरू कर दी है। यह जांच सिर्फ दो बच्चों की दोस्ती की नहीं है, बल्कि यह इस बात की है कि आखिर एयरपोर्ट पर इतनी बड़ी सुरक्षा चूक कैसे हुई? कैसे एक 13 साल की बच्ची बिना किसी दस्तावेज़ और सहमति के अकेले इतना लंबा हवाई सफर कर गई? यह घटना हमारी एयरपोर्ट सुरक्षा प्रणाली पर एक बहुत बड़ा और गंभीर सवाल खड़ा करती है।